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69 वें राष्ट्रीय फिल्म अवॉर्ड्स की हुई घोषणा नॉन फीचर फिल्म में उत्तराखंड की फिल्म ‘एक था गांव’ को मिला नॉन फीचर फिल्म का अवॉर्ड

69 वें राष्ट्रीय फिल्म अवॉर्ड्स की हुई घोषणा नॉन फीचर फिल्म में उत्तराखंड की फिल्म ‘एक था गांव’ को मिला नॉन फीचर फिल्म का अवॉर्ड

69 वें राष्ट्रीय फिल्म अवॉर्ड्स की हुई घोषणा

NATIONAL FILM AWARDS : 69 वें राष्ट्रीय फिल्म पुरस्कारों की घोषणा कर दी गई है। इस बार तीन कैटेगरी फीचर, नॉन-फीचर और बेस्ट राइटिंग इन सिनेमा में अवार्ड को बांटा गया है। पुरस्कारों की घोषणा के मुताबिक उत्तरखंड की शार्ट फिल्म "एक था गांव" को बेस्ट नॉन फीचर फिल्म राष्ट्रीय पुरस्कार मिला है। इस खबर से उत्तराखंड सिने जगत में ख़ुशी की लहर है। "सरदार उधम" को बेस्ट हिंदी फीचर फिल्म का पुरस्कार मिला है। वहीं अल्लू अर्जुन को पुष्प द राइज के लिए बेस्ट एक्टर  तो आलिया भट्ट को गंगूबाई काठियावाड़ी और कृति सेन को मिमी फिल्म के लिए बेस्ट ऐक्ट्रेस का अवॉर्ड मिला है। 

फिल्म ‘एक था गांव’ को मिला बेस्ट नॉन फीचर फिल्म राष्ट्रीय पुरस्कार

उत्तराखंड से हो रहे पलायन की पीड़ा पर आधारित एक था गांव फिल्म की निर्देशिका सृष्टि ने  बताया कि पहले उनके गांव में 40 परिवार रहते थे जो धीरे धीरे पलायन करते गए और अब केवल पांच से सात लोग ही गांव में बचे हैं। अपनी किसी न किसी मजबूरी से लोगों को गांव छोड़ना पड़ा। अपने गांव और आस पास के क्षेत्रों के हालातों को देखते हुए ही उन्हें फिल्म बनाने का ख्याल आया और फिर अपने मित्र के साथ मिलकर उन्होंने अपने मन में उठे भावों को एक घंटे की फिल्म के रूप में पेश किया है। फिल्म के दो मुख्य पात्र हैं 80 वर्षीय लीला देवी और 19 वर्षीय किशोरी गोलू। पूरी फिल्म इन दो किरदारों के आस पास ही घूमती है। फिल्म में दिखाया गया है कि कैसे पहाड़ से लोग मजबूरी या फिर अपनी जरुरत के लिए पहाड़ से निकलते हैं, और उनकी यही मजबूरी पहाड़ को खाली कर रहे हैं। 

बता दें कि इससे पहले एक था गांव फिल्म मुंबई एकेडमी ऑफ मूविंग इमेज (मामी) फिल्म महोत्सव के इंडिया गोल्ड श्रेणी में जगह बना चुकी है। गढ़वाली और हिंदी भाषा में बनी इस फिल्म में पहाड़ों की मौजूदा हालत और घोस्ट विलेज की कहानी को दिखाया गया है साथ पहाड़ के अन्य मुद्दों को भी फिल्म में जोड़ा गया है। 

उत्तराखंड के टिहरी जिले के कीर्तिनगर ब्लॉक के सेमला गांव की बेटी सृष्टि लखेरा की फिल्म ‘एक था गांव’ को बेस्ट नॉन फीचर फिल्म का अवॉर्ड मिला है। सृष्टि ने इस फिल्म का प्रोडक्शन और निर्देशन किया है। सृष्टि का परिवार ऋषिकेश में रहता है। सृष्टि के पिता बाल रोग विशेषज्ञ डॉ. केएन लखेरा ने बताया कि सृष्टि करीब 13 साल से फिल्म लाइन के क्षेत्र में कार्य कर रही हैं।






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