CHAR DHAM YATRA 2023 : मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने चार धाम यात्रा की तैयारियों को लेकर सचिवालय में अधिकारियों के साथ एक समीक्षा बैठक की जिसमें तय हुआ कि स्थानीय लोगों के पंजीकरण की अनिवार्यता को खत्म किया जाए और उत्तराखण्ड में आने वाले सभी श्रद्धालुओं को चारधाम के दर्शन करवाये जायेंगे। जिन श्रद्धालुओं ने चारधाम यात्रा के लिए पहले ही होटलों एवं होमस्टे में बुकिंग करा ली है, उनकी दर्शनों के लिए भी व्यवस्था की जाए।
सीएम ने अधिकारियों को निर्देशित किया कि सुगम एवं सुरक्षित चारधाम यात्रा के लिए सभी तैयारियां समय पर पूर्ण करने के साथ ही मानसखंड मंदिर माला मिशन के अंतर्गत आने वाले मंदिरों व अन्य प्रमुख धार्मिक व पर्यटन स्थलों का भी व्यापक स्तर पर प्रचार प्रसार किया जाए ताकि श्रद्धालु इन स्थानों को अधिक से अधिक जान सकें जिससे राज्य की प्रसिद्धि देश विदेश में हों । राज्य में स्थानीय उत्पादों को बढ़ावा देने के लिए कुछ उत्पादों को व्यापक स्तर पर प्रमोट किया जाए एवं इनकी जानकारी आमजन तक पहुचांई जाय। ताकि लोकल फॉर वोकल को बढ़ावा मिले। ये सुनिश्चित किया जाय कि यात्रा मार्गों पर पार्किंग स्थलों पर वाहन चालकों की रहने एवं सोने की समुचित व्यवस्था हो।
मुख्यमंत्री ने कहा कि चारधाम यात्रा के लिए जिन-जिन विभागों के कार्मिकों की ड्यूटी लगती है, उन विभागों से जो कार्मिक स्वेच्छा से चारधाम ड्यूटी पर जाना चाहते हैं, उन्हें पहले प्राथमिकता दी जाए। चारधाम यात्रा पर लगने वाले स्वास्थ्य शिविरों को व्यवस्थित तरीके से लगाया जाए। यात्रा को सुगम बनाने के लिए यात्रा मित्र के तौर पर कुछ स्थानीय लोगों को रखा जाए। धाम की यात्रा पर आने वाले वाहनों की फिटनेस का विशेष ध्यान रखा जाए, इसके लिए अन्य राज्यों से भी समन्वय किया जाए।
बैठक में मुख्य सचिव डॉ. एस.एस. संधु, अपर मुख्य सचिव श्रीमती राधा रतूड़ी, पुलिस महानिदेशक अशोक कुमार, सचिव आर. मीनाक्षी सुंदरम, शैलेश बगोली, अरविंद सिंह ह्यांकी, सचिन कुर्वे, एच.सी. सेमवाल, गढ़वाल आयुक्त सुशील कुमार, आईजी गढ़वाल के.एस. नगन्याल, आईजी श्रीमती रिद्धिम अग्रवाल, अपर सचिव सी. रविशंकर, एमडी जीएमवीएन विनोद गिरी गोस्वामी, वर्चुअल माध्यम से जिलाधिकारी रूद्रप्रयाग मयूर दिक्षित, जिलाधिकारी चमोली हिमांशु खुराना एवं जिलाधिकारी उत्तरकाशी अभिषेक रूहेला उपस्थित थे।

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