उत्तराखंड महाकौथिग नोएडा : रविवार 21 दिसंबर को महाकौथिग मेले में जरुरत से अधिक जनता उमड़ पड़ी जिसके चलते पुलिस को मेला स्थल के बाहर सड़क पर बेरिकेट लगाकर ट्रैफिक को डाइवर्ट करना पड़ा। वहीं मेला स्थल पर पैर रखने की जगह नहीं थी इसके बावजूद आयोजकों और जनता ने अनुशासन बनाए रखा और मेले का पूरा आनंद लिया।
नोएडा स्टेडियम में चले रहे 15वें महाकौथिग मेले के तीसरे दिन उत्तराखंडी प्रवासियों की सांस्कृतिक प्रस्तुतियां और उत्तराखंड लोक संस्कृति के ध्वजवाहकों युवा दिलों की धड़कन लोकगायक किशन महिपाल, लोक गायिका रेशमा शाह और लोक गायक कैलाश कुमार की धमाकेदार प्रस्तुतियों का अपार जनसमूह ने खूब लुफ्त उठाया।
सुबह के सत्र में लोक नृत्य प्रतियोगिता
सुबह का सत्र उत्तराखंडी समूह लोक नृत्य प्रतियोगिता के नाम रहा। इस सत्र का शुभारम्भ महाकौथिग के मुख्य संयोजक राजेंद्र चौहान एवं कल्पना चौहान द्वारा दीप प्रज्वलित कर किया गया। जिसके बाद दिल्ली एनसीआर में रह रहे प्रवासी उतराखंडियों के 24 समूहों द्वारा उत्तराखंडी लोक नृत्य प्रतियोगिता के तहत पहाड़ी लोक नृत्य की खूबसूरत प्रस्तुतियां पेश की गयी।
उत्तराखंडी समूह लोक नृत्य प्रतियोगिता मे जज की भूमिका मे उत्तराखंड की स्वर कोकिला कल्पना चौहान, उत्तराखंड की प्रसिद्ध नृत्यांगना कोमल राणा नेगी तथा शिक्षिका हेजल खुराना रहे। प्रतियोगिता की विजेता अंजली भट्ट के निर्देशन में ग्रेटर नोएडा वेस्ट की पहाड़ी कला ग्रुप टीम रही। जबकि लक्ष्मी बिष्ट के निर्देशन मे बीरा ग्रुप मयूर विहार-3 ने दूसरा स्थान हासिल किया। वहीं यूके आर्ट ग्रुप खोड़ा तीसरे स्थान पर रही।
शाम का सत्र रहा लोक गायक किशन महिपाल, लोक गायिका रेशमा शाह और लोक गायक कैलाश कुमार के नाम
तीसरे दिन की शाम का सत्र पूरी तरह लोक गायक किशन महिपाल, लोक गायिका रेशमा शाह और लोक गायक कैलाश कुमार के नाम रहा। तीनों ने एक से बढ़कर एक कई बेहतरीन पहाड़ी गीत गाकर दर्शकों खूब नचाया। इस दौरान भगवत भागवत मनराल की नृत्य निर्देशन में पर्वतीय कला संगम की टीम द्वारा किशन महिपाल के लोकगीतों पर शानदार नृत्य प्रस्तुतियां पेश के गई। वहीं उत्तराखंड के प्रसिद्ध हास्य कलाकार संदीप छिलबट ने अपने हास्य व्यंग्यों से लोगों को खूब हंसाया।
शाम होते होते उमड़ पड़ा जन सैलाव
मेले में सुबह से ही लोगों का हजूम आना शुरू हो गया था लेकिन शाम छार बजे तक वहां हजारों की संख्या में लोग पहुंच गए थे। पूरे मेला क्षेत्र में पांव रखने तक की जगह नहीं मिल रही थी। जिसे देखते हुए राजेंद्र चौहान जी और किशन महिपाल ने मंच से बार बार लोगों को संयमित रहने और धक्कामुक्की न करने का अनुरोध किया। लोगों ने भी उनकी बातों का अनुसरण किया और पूरे अनुशासन के साथ मेले और गीतों का भरपूर आनंद लिया।
शाम के सत्र का आईएएस अधिकारी मंगेश घिल्डियाल ने किया शुभारंभ
शाम के सत्र का शुभारम्भ मुख्य अतिथि वरिष्ठ आईएएस अधिकारी मंगेश घिल्डियाल ने दीप प्रज्ज्वलित कर किया। इस मौके पर उन्होंने इतने सुंदर आयोजन के लिए महाकौथिग टीम का दिल खोलकर प्रशंशा की। उन्होंने नोएडा स्टेडियम मे प्रवासी उतराखंडियों का अपार जन समूह देखकर कहा कि आज नोएडा मिनी उत्तराखंड लग रहा है। उन्होंने कहा कि हम देवभूमि उत्तराखंड के निवासी हैं, जहां स्वयं भगवान बिराजते हैं। कठिन पहाड़ी रास्तों पर चलकर हमारे हौसले भी ऊंचे हैं। हम सरल स्वभाव के लिए जाने जाते हैं। उत्तराखंडवासी होने पर हमे गर्व होता है। हमारे उत्तराखंड राज्य को आज 25 वर्ष पूरे हो चुके हैं, इस मौके पर उन्होंने गढ़वाली में एक स्वरचित कविता भी सुनाई।
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