नोएडा : विगत 13 वर्षों से उत्तराखंड लोक संस्कृति से जुड़ा कौथिग अब दिल्ली एनसीआर के लोगों के बीच महाकौथिग का स्वरुप ले चुका हैं। आज नोएडा के स्टेडियम में 21 से 25 दिसम्बर 2024 तक चलने वाले 5 दिवसीय “उत्तराखंड महाकौथिग” के 14वें संस्करण का शुभारम्भ मुख्य अतिथि लक्ष्मी सिंह, पुलिस कमिशनर, गौतमबुद्ध नगर, विशिष्ट अतिथि शैव्या गोयल, एसीपी नोएडा, लखन सिंह यादव, डीसीपी ट्रैफिक नोएडा, महाकौथिग के मुख्य संयोजक राजेंद्र चौहान एवं अध्यक्ष आदित्य घिल्डियाल ने दीप प्रज्ज्वलित कर किया।
इस अवसर पर मुख्य अतिथि पुलिस कमिश्नर लक्ष्मी सिंह ने महाकौथिग के आयोजन को लेकर उत्तराखंड समाज की दिल खोलकर तारीफ की। उन्होंने कहा कि मेले के माध्यम से भावी पीढ़ी को अपनी लोक संकृति से जोड़ने का जो शानदार प्रयास आप लोग कर रहे हैं वह काबिले तारीफ है। उन्होंने उत्तराखंड से हो रहे पलायन पर कहा कि आप लोगों को समय समय पर अपने अपने गांव जाते रहना चाहिए। यही नहीं उन्होंने मंच से पहाड़ में रह रहे बुजुर्गों को रैबार दिया कि आप लोगों के बच्चे आपके पास जरुर आयेंगे। उन्होंने आयोजन समिति के सभी सदस्यों को इस भव्य आयोजन के लिए बधाई एवं शुभकामनाएं देते हुए कहा कि इस महाकौथिग को सफल बनाने के लिए सुरक्षा के मद्देनजर उनकी ओर से पुलिस टीम का पूरा सहयोग रहेगा।
गौरतलब हो कि इस बार पर्वतीय सांस्कृतिक संस्था की ओर से नोएडा में आयोजित 14वें महाकौथिग में उत्तराखंड के चार धामों में से एक बद्रीनाथ धाम मंदिर की थीम पर खुबसूरत मंच बनाया गया है।
इससे पहले आज सुबह नोएडा स्टेडियम में उत्तराखंड के पारम्परिक बाध्य यंत्रों एवं लोक संगीत के साथ सभी अथितियों का शानदार स्वागत किया गया।
आज के आकर्षण
प्रसिद्ध अभिनेता राकेश गौड़ टीम द्वारा लोक संस्कृति के विभिन्न रंगों की छटा बिखरेगी। वहीं युवा दिलों की धड़कन सुपरहिट लोक गायक सौरभ मैठाणी, लोकगायिका दीक्षा ढौंडियाल तथा लोक गायक जितेन्द्र तोमक्याल सांस्कृतिक संध्या में पहाड़ी लोक गीतों से लोगों को पहाड़ में होने का अहसास दिलाएंगे।
इस बार महाकौथिग में पहाड़ी उत्पादों के करीब 150 स्टाल लगे हैं, जिनमें उत्तराखंड के व्यंजन, दाल, अनाज, पहाड़ी मिठाई, कपड़े आदि सामाग्री उपलब्ध हैं। पहाड़ी व्यंजनों के शौक़ीन लोगों के लिए समाजसेवी संजय चौहान ने पहाड़ी घरात नाम से स्टाल लगाया है। जिसमें आपको पीतल/कांसे के भड्डू में बनी घर्या दाल, भात, चैन्सू, फांडू,मीठा भात, झंगोरे की खीर, आलू-मुला की थिन्चोणी, कंडेली का साग, भांग की चटनी, आलू के गुटके, पल्यो, कोदे, मुंगरी की रोटी आदि पहाड़ी व्यंजन उचित दामों में मिलेंगे।
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