देहरादून : विश्वविख्यात पर्यावरणविद स्वर्गीय सुंदर लाल बहुगुणा की पत्नी बिमला का 93 वर्ष की आयु में निधन हो गया है। 14 फरवरी को तड़के 2 बजकर 10 मिनट पर उन्होंने देहरादून के शास्त्री नगर स्थित अपने आवास पर आखिरी सांस ली। उनके सुपुत्र पत्रकार राजीव नयन बहुगुणा ने अपनी मां के निधन की जानकारी सोशल मीडिया पर दी। मुख्यमंत्री धामी ने उनके निधन पर शोक जताया।
सीएम धामी ने कहा कि सामाजिक उत्थान के प्रति आजीवन समर्पित, पर्यावरण संरक्षण के क्षेत्र में अभूतपूर्व योगदान देने वाली, स्व. सुंदर लाल बहुगुणा की पत्नी बिमला बहुगुणा के निधन का समाचार अत्यंत दुःखद है। ईश्वर पुण्यात्मा को श्री चरणों में स्थान एवं शोकाकुल परिजनों को यह असीम दुःख सहन करने की शक्ति प्रदान करें।
उनके पुत्र राजीव नयन बहुगुणा ने कहा मृत्यु सत्य है और शरीर नश्वर है, यह जानते हुए भी अपनों के जाने का दुःख होता है। दिवंगत आत्मा को भावपूर्ण श्रद्धांजलि।
बिमला बहुगुणा ने भी अपने पति सुंदरलाल बहुगुणा की भांति ही अपना संपूर्ण जीवन पर्यावरण संरक्षण के क्षेत्र और सामाजिक उत्थान को समर्पित किया है। बिमला बहुगुणा, अपनी साफ समझ, कड़ी मेहनत और समर्पण की भावना के लिए जानी जाती थीं। लक्ष्मी आश्रम जिसकी स्थापना महात्मागांधी की नजदीकी शिष्या सरला बेन ने की थी, बिमला बहुगुणा उस आश्रम की सबसे प्रिय छात्राओं में एक गिनी जाती थीं।
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