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उत्तराखंड बागेश्वर : अंग्यारी महादेव मंदिर के पुजारी निर्वाणी गिरि महाराज की संदिग्घ परिस्थितियों में मौत, संतों व ग्रामीणों ने जताई हत्या की आशंका

बागेश्वर : अंग्यारी महादेव मंदिर के पुजारी निर्वाणी गिरि महाराज की संदिग्घ परिस्थितियों में मौत, संतों व ग्रामीणों ने जताई हत्या की आशंका

बागेश्वर : गरुड़ तहसील के अंतर्गत स्थित अंग्यारी महादेव मंदिर के पुजारी की संदिग्ध परिस्थितियों में मौत हो गई। उनका शव मंदिर से 500 मीटर दूर संदिग्ध हालात में पड़ा मिला। मंदिर के पुजारी 4 दिन से लापता थे। राजस्व पुलिस ने शव को कब्जे में लेकर पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया है। प्रथम दृष्टया पुजारी की हत्या की आशंका जताई जा रही है। 

बताया जा रहा है कि अंग्यारी महादेव मंदिर के पुजारी निर्वाणी गिरि महाराज (50) बदरीनाथ धाम की यात्रा करने गए थे। जहां से वे अपने सहयोगी साधु अर्जुन दास के साथ 23 नवंबर को टैक्सी में सवार होकर अंग्यारी महादेव मंदिर के लिए रवाना हुए थे। उसी दिन शाम करीब पांच बजे, महाराज को माईथान में अभिषेक पुंडीर की दुकान पर अपने सहयोगी साधु अर्जुन दास और टैक्सी चालक के साथ बैठे देखा गया था। लेकिन इसके बाद वो ग्रामीणों को नज़र नहीं आए। कुछ ग्रामीणों ने पुजारी का शव मंदिर से कुछ दूर जंगल की एक पहाड़ी पर देखा तो उन्होंने इसकी सूचना राजस्व पुलिस को दी। 

सूचना मिलते ही नायब तहसीलदार प्राची बहुगुणा, राजस्व उप निरीक्षक रघुवीर सिंह, युवराज गोस्वामी दलबल के साथ मौके पर पहुंचे और पुजारी का शव बरामद कर पोस्टमार्टम के लिए जिला मुख्यालय भेज दिया है। इस सिलसिले में पुलिस ने कुछ लोगों से पूछताछ कर कहा कि जांच के बाद ही मौत के असली कारणों का पता लग पाएगा। स्थानीय लोगों ने पुजारी की हत्या की आशंका जताई है। मजकोट के ग्राम प्रधान मदन मोहन गुसाई ने शीघ्र पुजारी की मौत का खुलासा करने की राजस्व पुलिस से मांग की है

एसडीएम जितेंद्र वर्मा ने बताया कि पुलिस को महाराज की हत्या के मामले में कुछ महत्वपूर्ण सुराग मिले हैं। महाराज के साथ एक अन्य साधु भी था जो लापता है। राजस्व पुलिस उसकी खोजबीन में जुटी है।

इस घटना से पंचदशनाम जूना अखाड़ा बागेश्वर और जिलेभर के संत आक्रोशित हैं।  संत समाज ने महाराज की हत्या का शीघ्र पर्दाफाश करने के लिए कहा है। मामले का पर्दाफाश नहीं होने पर प्रदेशव्यापी आंदोलन की चेतावनी दी है। 

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