PITHORAGARH : नैनी सैनी एयरपोर्ट को एरोड्रम लाइसेंस मिल गया है। इसका मतलव कि अब यह एयरपोर्ट हर तरह की हवाई सेवाएं देने के लिए पूरी तरह तैयार है। हालांकि यहां से फ्लाइट का संचालन सुचारु रुप से कब आरम्भ होगा इसका फैसला उत्तराखंड विकास प्राधिकरण को करना है। सूत्रों के मुताबिक एयरपोर्ट को सेना के हवाले करने की भी तैयारी है क्योंकि अभी तक इसे सेना ही संभाल रही है। यहां से भारतीय सेना चीन और नेपाल सीमा पर भी आसानी से नजर रख सकेगी।
बता दें कि पिछले कुछ सालों से नैनी सैनी एयरपोर्ट पिथौरागढ़ से दिल्ली और देहरादून के लिए उड़ान शुरू करने की बात कही जा रही थी, लेकिन कई व्यवधानों के चलते सीमांत जनपद के लोगों को यह सुविधा नहीं मिल पा रही। एरोड्रम लाइसेंस मिलने के बाद लोगों की उम्मीदें जगी है। यहां से एयर सुविधा शुरू होने से जनपद के लोगों को देहरादून और अन्य शर्हरों को जाना आसान हो जाएगा, साथ ही पर्यटन के क्षेत्र में भी इससे कभी प्रभाव पड़ेगा।
हालाँकि 2018 में हेरिटेज एविएशन ने यहां से पंतनगर और देहरादून के बीच 9 सीटर विमान सेवा शुरू की थी। इसके बाद सन 2021 में पवनहंस ने भी हेलीकॉप्टर सेवा शुरू की थी किंतु दोनों ही सेवाएं कुछ ही महीनो में बंद हो गई। अब उत्तराखंड नागरिक उड्डयन विकास प्राधिकरण को नैनी सैनी एयरपोर्ट पिथौरागढ़ के लिए एरोड्रम लाइसेंस जारी कर दिया गया है। जिसके बाद यहां बड़े विमानों की भी आवाजाही हो सकेगी। पिथौरागढ़ के लिए एरोड्रम लाइसेंस जारी करने पर मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने केंद्र सरकार का आभार जताया है। मुख्यमंत्री ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और केंद्रीय नागरिक उड्डयन मंत्री ज्योतिरादित्य सिंधिया को इसके लिए धन्यवाद दिया है।
अभी पिथौरागढ़ से देहरादून के बीच की करीब 500 किलो. की दूरी तय करने में 12 घंटे लगते हैं। लेकिन हवाई सेवाएं शुरू होने के बाद यह दूरी मात्र एक से डेढ़ घंटे में पूरी हो जाएगी।

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