गोपेश्वर : जिला चमोली शत प्रतिशत साक्षर जिलों की श्रेणी में जल्द शामिल होने की ओर अग्रसर है। जिले का प्रत्येक व्यक्ति साक्षर हो इस दिशा में सौ प्रतिशत साक्षरता लक्ष्य प्राप्ति के लिए जिला प्रशासन द्वारा संचालित ‘सर्मथ गांव योजना’ के तहत प्रत्येक गांव एवं नगर क्षेत्रों में निरक्षर लोगों को 'ज्ञान मित्रों' के माध्यम से साक्षर बनाया जा रहा है।
इस मुहीम को सशक्त बनाने के लिए जिलाधिकारी हिमांशु खुराना ने मंगलवार को ‘समर्थ गांव योजना’ की जिला स्तरीय समीक्षा बैठक लेते हुए जरुरी निर्देश दिए। उन्होंने कहा कि यह एक सहभागी एवं स्वयंसेवी योजना है। शत प्रतिशत साक्षरता के लिए सभी वर्गों का सहयोग लेकर इसे जन आंदोलन बनाकर निरक्षक लोगों को साक्षर बनने के लिए प्रोत्साहित करें। जिलाधिकारी ने कहा कि हमें इस ओर बुजुर्गों का भी ध्यान रखना है, ऐसे बुजुर्ग जिनकी आंखों की रोशनी कम हो गई है उनकी आंखों की जांच कराकर उन्हें चश्मा उपलब्ध कराया जायेगा। ग्रामीण क्षेत्रों में संचालित इस साक्षरता कार्यक्रम की गहन समीक्षा करते हुए उन्होंने सभी से सुझाव भी लिए।
मुख्य शिक्षा अधिकारी कुलदीप गैरोला ने बताया कि जिला प्रशासन द्वारा संचालित समर्थ गांव योजना के माध्यम से चमोली जिले को अप्रैल 2024 तक शत प्रतिशत साक्षर बनाने का लक्ष्य रखा गया है। उन्होंने कहा कि जिले में 1573 पुरुष और 19976 महिलाओं सहित कुल 21549 निरक्षक लोगों को चिन्हित किया गया है जिनको 5249 ज्ञान मित्रों के माध्यम से साक्षर बनाने की दिशा में काम किया जा रहा है। गांवों में शिक्षित व्यक्ति, आंगनबाड़ी कार्यकत्री, अध्यापक, विद्यार्थी, यूथ क्लब और स्वयं सहायता समूह ज्ञान मित्र के रूप में कार्य कर रहे हैं। वे सप्ताह में तीन दिन व्यक्तिगत रूप से आपसी सहमति के आधार पर समय निर्धारण कर निरक्षकों को पढ़ा रहे हैं।
जनपद चमोली की कुल साक्षरता दर 82.65 प्रतिशत है जिसमें पुरुष साक्षरता 94.18 एवं महिला साक्षरता दर 73.20 प्रतिशत है। जनपद चमोली जल्द ही शत प्रतिशत साक्षर जिलों की श्रेणी में शामिल होगा। यहां प्रत्येक निरक्षर व्यक्ति पढ़ना और गणना सीख कर साक्षर बन रहा है। सौ प्रतिशत साक्षरता लक्ष्य प्राप्ति के लिए जिला प्रशासन द्वारा संचालित ‘सर्मथ गांव योजना’ के तहत प्रत्येक गांव एवं नगर क्षेत्रों में निरक्षर लोगों को 'ज्ञान मित्रों' के माध्यम से साक्षर बनाया जा रहा है। जिलाधिकारी हिमांशु खुराना ने मंगलवार को ‘समर्थ गांव योजना’ की जिला स्तरीय समीक्षा बैठक लेते हुए इस मुहीम को सशक्त बनाने के निर्देश दिए। उन्होंने कहा कि यह एक सहभागी एवं स्वयंसेवी योजना है। शत प्रतिशत साक्षरता के लिए इसे जन आंदोलन बनाकर कार्य किए जाए।

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