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मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने सगंध पौधा केन्द्र, सेलाकुई में सगंध फसल उत्कृष्टता केन्द्र का किया लोकार्पण

सगंध पौधा केंद्र सेलाकुई

देहरादून : बुधवार 20 फरवरी को सीएम पुष्कर सिंह धामी ने सगंध पौधा केन्द्र, सेलाकुई में सगंध फसल उत्कृष्टता केन्द्र का लोकार्पण किया। उन्होंने कहा कि उत्तराखंड की जलवायु दालचीनी और टिमरू के उत्पादन हेतु अनुकूल है जिसे देखते हुए पर्वतीय क्षेत्र के किसानों की आय में वृद्धि एवं रोजगार के अवसर सृजित करने हेतु मिशन दालचीनी एवं तिमरू प्रारम्भ किया जाएगा। सगंध सेक्टर से किसानों व युवाओं को हो रहे लाभ के दृष्टिगत भविष्य में सगन्ध पौधा केन्द्र को सुदृढ़ करने हेतु एक संस्थान के रूप में विकसित किया जाएगा।

सीएम धामी ने कहा कि सगंध पौधा केन्द्र द्वारा किसानों की आय में वृद्धि हेतु लगातार प्रयास किये जा रहे हैं। उत्तराखण्ड में जंगली जानवरों द्वारा नुकसान, भौगोलिक परिस्थितियाँ, वर्षा आधारित कृषि के चलते पारम्परिक खेती के क्षेत्र में विभिन्न चुनौतियां हैं। जिसके चलते किसानों का कृषि के प्रति रुझान लगातार कम होता जा रहा है। राज्य के कृषि क्षेत्र में आ रही चुनौतियों व एरोमैटिक सेक्टर के बढ़ते बाजार को देखते हुए सगंध खेती व संबंधित उद्योगों को बढ़ावा देने के उद्देश्य से यहां पर ‘संगध पौधा केन्द्र की स्थापना की गयी। सगन्ध फसलें कठिन परिस्थितियों में उगने की क्षमता के कारण वर्तमान में एक बेहतरीन नगदी फसल के रूप में स्थापित हो रही हैं। किसानों को उनकी मांग के अनुसार समय पर पर्याप्त मात्रा में पौध सामग्री उपलब्ध कराने के लिए ही इस “सगन्ध पौध उत्कृष्टता केन्द्र” की स्थापना की गयी है।

कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी जी के मार्गदर्शन में हमारी सरकार आर्थिकी और पर्यावरण के मध्य समन्वय स्थापित करते हुए राज्य की परिस्थितियों के अनुरूप विकास पर विशेष ध्यान दे रही है। यही कारण है कि अब हर क्षेत्र में विज्ञान एवं प्रौद्योगिकी के माध्यम से अच्छे परिणाम  देखने को मिल रहे हैं। विज्ञान एवं प्रौद्योगिकी का अधिक उपयोग कर किसानों की आय को बढ़ाने की दिशा में भी निरंतर प्रयास करने होंगे। उन्होंने आशा व्यक्त की कि यह केन्द्र राज्य में सगन्ध फसलों को बढ़ावा देने में महत्वपूर्ण भूमिका निभायेगा। जिससे किसानों को आर्थिक लाभ भी प्राप्त होगा। विभिन्न विभागों द्वारा अनेक योजनाओं पर कार्य किया जा रहा है, ताकि उत्तराखण्ड को 2025  तक देश का अग्रणी राज्य बनाया जा सके।

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