ऑटो विक्रम होंगे बंद : केंद्र सरकार ने देहरादून और ऋषिकेश को राष्ट्रीय स्वच्छ वायु कार्यक्रम के तहत चयनित किया है। जिसे देखते हुए अब इन शहरों को प्रदूषणमुक्त करने की कवायद शुरू हो गई है। तीर्थनगरी ऋषिकेश और देहरादून पहाड़ से सटे शहर हैं जिन्हें लोग स्वच्छ आवोहवा और प्राकृतिक सौंदर्य के कारण पसंद करते हैं। लेकिन बदलते समय और लोगों की भीड़ के चलते इन शहरों को भी प्रदूषण की मार झेलनी पड़ रही है।
यहां प्रदूषण बढ़ाने के लिए मुख्य रूप से पेट्रोल डीजल से चलने वाले ऑटो और विक्रम को जिम्मेदार माना जा रहा है। प्रदेश की धामी सरकार अब इन शहरों की सेहत सुधारने का काम करने जा रही है जिसके लिए पेट्रोल डीजल से चलने वाले ऑटो और विक्रमों को बंद किया जा सकता है।
सूत्रों से पता चला है कि 1 नवंबर को गढ़वाल आयुक्त कैंप कार्यालय में संभागीय परिवहन प्राधिकरण (आरटीए) की बैठक होने वाली है। इस बैठक में प्रदूषण मुख्य मुद्दा रहने के आसार हैं। इसीलिए ये चर्चा जोरों पर है कि इस बैठक में ऑटो और विक्रमों को हटाए जाने का निर्णय हो सकता हैं। कहा जा रहा है कि अभी प्रसाशन का ध्यान ऋषिकेश और देहरादून पर ही है लेकिन हरिद्वार और रुड़की से भी इन्हें हटाया जा सकता है। क्योंकि संभागीय परिवहन प्राधिकरण के आदेश इन क्षेत्रों में भी लागू होते हैं।
आरटीए की बैठक में अगर इन्हें बंद करने का फैसला आता है तो अगले तीन-चार महीने में इन शहरों में पेट्रोल डीजल से चलने वाले ऑटो विक्रम नज़र नहीं आएंगे। इनकी जगह सीएनजी से चलने वाले वाहन चलाये जा सकते हैं। एनजीटी के आदेश के मुताबिक इन शहरों को 2023 तक प्रदूषणमुक्त करने की योजना है।
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