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टोक्यो ओलंपिक में उत्तराखंड की बंदना कटारिया बनी हैट्रिक लगाने वाली पहली महिला खिलाडी


टोक्यो ओलंपिक में उत्तराखंड की बंदना कटारिया बनी हैट्रिक लगाने वाली पहली महिला खिलाडी 

टोक्यो ओलम्पिक: आज का दिन भारतीय हॉकी के लिए बेहत ही ख़ुशी लिए रहा। दक्षिण अफ्रीका के साथ एक रोचक मुकाबले में भारत की महिला टीम ने बेहतरीन तालमेल का परिचय देते हुए जीत हांसिल की। भारतीय हॉकी टीम में शामिल उत्तराखंड की बेटी वंदना कटारिया ने मैच में तीन गोल कर हैट्रिक लगा इतिहास रच दिया है। वंदना कटारिया देश की ऐसी पहली महिला हॉकी खिलाड़ी बन गईं हैं जिसने ओलंपिक्स में हैट्रिक दर्ज की है।आपको बता दें कि दक्षिण अफ्रीका के खिलाफ जबरदस्त मुकाबले में वंदना द्वारा एक के बाद एक तीन गोलों की बदौलत भारत ने ये मैच 4-3 से जीत लिया औऱ ओलम्पिक में बने रहने की उम्मीदें कायम रखी।  उत्तराखंड में हरिद्वार के रोशनाबाद की रहने वाली वंदना के पिता Bhel में कार्य करते थे। उनके भाई पंकज कटारिया ने इस पर खुशी जताते हुए कहा कि मेरी बहन भारत को ओलंपिक में गोल्ड मेडल दिलाने में अहम भूमिका निभाएगी। 


बता दें की बंदना कटारिया टीम में सेंटर फॉरवर्ड के स्थान पर खेलती है। बंदना जब महज 14 वर्ष की थी तब उन्होंने 2006 में जूनियर अंतर्राष्ट्रीय स्पर्द्धा में प्रतिभाग किया था और उनके लगातार बढ़िया प्रदर्शन के कारण उन्हें 2010 में भारतीय हॉकी की सीनियर राष्ट्रिय टीम में चुना गया था । 2013 में महिला हॉकी जूनियर विश्वकप में भारत की ओर से सबसे ज्यादा गोल कर सुर्ख़ियों में आई।  इस विश्वकप में उन्होंने कुल पांच गोल किए और भारत को कांस्य पदक मिला था। 


ओलम्पिक शुरू होने के एक महीने पूर्व ही 30 मई को बंदना के पिताजी का  हृदयगति रुक जाने से निधन हो गया था। पिता की मौत के बाद भी उन्होंने हिम्मत बनाये रखी और बेंगलुरु में ओलम्पिक की तैयारी में जुटी रही इसी का परिणाम है कि आज दक्षिण अफ्रीका के खिलाफ अच्छा प्रदर्शन कर इतिहास रच उन्होंने अपने पिता के सपने को पूरा किया और भारत को गोल्ड मेडल दिला वो अपने पिता को श्रद्धांजलि देना चाहती है  । 

टोक्यो ओलंपिक में भारतीय महिला टीम के उम्दा प्रदर्शन पर उत्तराखंड के मुख्यमंत्री पुष्कर धामी ने ट्वीट कर उन्हें बधाई दी और इस मैच में गोलों की हैट्रिक लगाने पर बंदना कटारिया को बहुत बहुत बधाई एवं हार्दिक शुभकामनाएं दी। 












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