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हिमवंत द्वारा हास्य कवि सम्मेलन व गढ़वाली, कुमाऊनी, जौनसारी भाषा पर विचार गोष्ठी का आयोजन

हिमवंत द्वारा हास्य कवि सम्मेलन व गढ़वाली, कुमाऊनी, जौनसारी भाषा पर विचार गोष्ठी का आयोजन

दिल्ली/एनसीआर : रविवार 1 मार्च 2025 को हिमवंत (चंद्र कुंवर बर्त्वाल स्मृति मंच) के तत्वावधान में शिक्षा अपार्टमेंट, सेक्टर-6 वसुंधरा गाज़ियाबाद में वसंतोत्सव स्वरूप हास्य कवि सम्मेलन एवं गढ़वाली कुमाउनी एवं जौनसारी भाषाओं की वर्तमान स्थिति पर विमर्श का कार्यक्रम सौहार्दपूर्ण तरीके से संपन्न हुआ। इस शानदार समारोह के अवसर पर प्रथम सत्र में भाषा विशेषज्ञों ने उत्तराखंड की तीन मुख्य स्थानीय बोलियों की स्थिति पर अपने विचार व्यक्त किए। वक्ताओं के प्रेरक वक्तव्यों तथा अतिथियों के स्नेहिल सानिध्य में संपन्न कार्यक्रम की अविस्मरणीय स्मृतियों सहित आमंत्रित कवियों द्वारा अनेक विधाओं में प्रतिनिधि रचनाओं का वाचन किया गया। विविध विधाओं को प्रस्तुत करते हुए कवियों ने देर शाम तक समां बांधे रखा।

समारोह में शामिल अनेक गणमान्यों, विद्वानों भाषा एवं काव्य प्रेमियों ने इस कार्यक्रम को सार्थक और सफल मुकाम हासिल कराया। आमंत्रित वक्ताओं, कवियों तथा श्रोताओं द्वारा इस आयोजन के प्रति कहे गए शब्दों ने आयोजक समिति के सभी सदस्यों को खूब आल्हादित कर दिया। ज्ञातव्य हो कि उक्त दोनों सत्रों का यह शानदार समारोह शिक्षा अपार्टमेंट सेक्टर-6 स्थित रिक्रिएशन क्लब में सम्पन्न हुआ।

बतौर दोनों सत्रों के अध्यक्ष, लब्धप्रतिष्ठ भाषाविद श्री सुशील बुड़ाकोटी शैलांचली, तथा हिंदी भाषा के विख्यात कवि डॉ जगदीश मीणा जी की उपस्थिति और अध्यक्षता कार्यक्रम की सर्वोत्तम उपलब्धि में से एक रही। श्रीमती किरण पंत की सरस्वती वंदना के साथ कार्यक्रम का कुशल मंच संचालन पृथ्वी सिंह केदारखंडी ने किया। इस अवसर पर डॉ सुरेन्द्र सिंह रावत, कुंज बिहारी मुंडेपी, सुशील बुड़ाकोटी, डॉ रामेश्वरी नादान, व्यौमेश जुगराण, राजेन्द्र बिष्ट, भगवती प्रसाद जुयाल गढ़देसी, अनूप सिंह रावत, ममता रावत मंदाकिनी, दीवान सिंह नेगी, इत्यादि कवियों द्वारा स्तरीय कविताएं पढ़ी गईं। दिल्ली और राष्ट्रीय राजधानी क्षेत्र से आये हुए अन्य अनेक साहित्यप्रेमी सज्जनों ने अपनी उपस्थिति दर्ज कराकर कार्यक्रम में चार चांद लगा दिए। 

आयोजन को सफल व सार्थक बनाने में "प्यारे फाउंडेशन" की अध्यक्ष डॉ अंजलि थपलियाल कॉल द्वारा प्राप्त सानिध्य और सहयोग के प्रति संस्था ने सदैव की भांति आभार प्रकट किया। हिमवंत संस्था के साहित्यिक यज्ञों में समय-समय पर सहयोग प्रदान करने वाले वासुकी फाउंडेशन के सीईओ श्री पी एन शर्मा किसी कारणवश पंहुच नहीं सके। संस्था के सरंक्षक चंदन सिंह गुसाईं, सलाहकार चंदर सिंह रावत स्वतंत्र, सचिव रामेश्वरी नादान, सहसचिव अनूप रावत, सदस्य हेमंती नेगी एवं ज्योति नेगी सहित अन्य सदस्यों का सराहनीय सहयोग रहा। अंत में संस्था के सलाहकार चंदर सिंह रावत ने हिमवंत संस्था के प्रति स्नेह रखने वाले कार्यक्रम में सम्मिलित सभी प्रियजनों सहित आयोजन समिति के सभी मित्रों इत्यादि द्वारा दिये गए अमूल्य समय के सहयोग को हृदय की अतल गहराइयों से साभार धन्यवाद ज्ञापित करते हुए आभार सहित धन्यवाद किया।

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