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लोक गायिका माया उपाध्याय और लोक गायक इंदर आर्य के नाम रहा 14वें महाकौथिग का तीसरा दिन

लोक गायिका माया उपाध्याय और लोक गायक इंदर आर्य के नाम रहा 14वें महाकौथिग का तीसरा दिन


NOIDA  : सोमवार की सुबह की शुरुआत हल्की बारिश के साथ हुई। जिससे मौसम थोड़ा ठंडा हो गया था, लेकिन महाकौथिग की गर्मी बरकरार थी। आसमान में बादल छाये हुए थे लेकिन लोगों का उत्साह कम नहीं हुआ। उधर श्री बद्रीविशाल के आशीर्वाद से नोएडा के स्टेडियम में तीसरे दिन सुबह के सत्र का शुभारम्भ मुख्य अतिथि मनीष वर्मा जिलाधिलारी गौतमबुद्ध नगर ने दीप प्रज्वलित कर किया।

कार्यक्रम का शुभारंभ होने के बाद विधिवत रूप से कीर्तन मंडलियों की प्रतियोगिता आयोजित की गयी। जिसमें प्रवासी उत्तराखंड की कुल 13 महिला कीर्तन मंडलियों ने प्रतिभाग करते हुए एक से बढ़कर एक कीर्तनों के द्वारा निर्णायक मंडल का ध्यान अपनी ओर आकर्षित किया। प्रतियोगिता की विजेता मयूर विहार फेज-3 की माँ नन्दा कीर्तन मण्डली रही। सुनीता ध्यानी कार्तिन मंडली इन्द्रापुरम दूसरे स्थान पर रही, जबकि माँ दुर्गा कीर्तन मंडली वैशाली तीसरे स्थान पर रही। वहीं देवभूमि कीर्तन मंडली सेक्टर 34 नोएडा ने भी अपनी दमदार प्रस्तुति से सबका दिल जीता। 

शाम के सत्र का मुख्य अतिथि नोएडा शमन विभाग के मुख्य शमन अधिकारी (CFO) प्रदीप कुमार, उत्तराखंड सांस्कृतिक समिति के अध्यक्ष जेपीएस रावत तथा नोएडा लोकमंच के महासचिव महेश सेक्साना ने दीप प्रज्वलित कर किया। तत्पश्चात सांस्कृतिक कार्यक्रम के अंतर्गत युवा दिलों की धड़कन लोक गायक इंदर आर्य और लोक गायिका माया उपाध्याय तथा लोक गायक मृणाल रतूड़ी ने एक बढ़कर एक लोक गीतों की प्रस्तुति देकर कार्यक्रम में समां बांध दिया। 

इंदर आर्य ने तेरो लहंगा, बोल हीरा बोल, गुलाबी शरारा, नजर न लागो, मॉर्डन कुमाऊँ, और आजकल सबसे ज्यादा चर्चित गीत सांवरी सांवरी… त्यर खुटा का झांवरी जैसे सुपरहिट गीतों की प्रस्तुति देकर दर्शकों को खूब नचाया। वहीँ माया उपाध्याय के द्वारा प्रस्तुत हाई ककड़ी झिले मा, क्रीम पौडरा घिसनी किले, लाली हो लाली हसिया, जैसे कई कुमाऊंनी और गढ़वाली गीतों पर उपस्थित जनसमूह  खासकर युवाओं को अनेक झुंडों में नाचते देखा गया। इसके अलावा युवा लोक मृणाल रतूड़ी ने भी एक से बढ़कर एक शानदार गीत प्रस्तुत किये।

वहीं प्रसिद्ध अभिनेता राकेश गौड़, डॉक्टर सतीश कालेश्वरी, रमेश ठंगरियाल तथा गीता गुसाईं नेगी, ज्योति गौड़ एकाग्र तथा कियाना गौड द्वारा सुप्रसिद्ध लोक गायक गढ़रत्न नरेंद्र सिंह नेगी की एक कालजयी रचना “जी रै जागी रै जुराज रै तू, तेरा हाथ खुटौ कांडू न चुभी कभी..”   पर शानदार अभिनय कर खूब वाह वाही बटोरी। इस मार्मिक गीत पर रंगमंच से जुड़े इन मंझे हुए कलाकारों का जबरदस्त अभिनय देखकर दर्शकों की ऑंखें भी नम हो गयी।

हालांकि सोमवार को सुबह के समय ठंड की वजह से लोग कम पहुंचे लेकिन दिन चढ़ते चढ़ते मेला स्थान पर लोगों का जमावड़ा देखने को मिला। मेले में लोग लोकसंस्कृति के साथ साथ उत्तराखंड के पहनावे और खासकर खाने में पहाड़ी स्वाद को चखने वहां पहुंच रहे थे। यहाँ अनेकों स्टॉल लगे थे लेकिन कुछ स्टॉल ऐसे थे जिन्हें लोग ढूंढते फिर रहे थे उनमें हिमालयन फ्लोरा सहकारी संस्था, पहाड़ी घरात, पहाड़ी फ्रेस, मंडुआ किंग और शुभकरीज जैसे प्रमुख थे। 

महाकौथिग का कार्यक्रम देखने के लिए विशेष रूप से उत्तरकाशी गंगोत्री धाम से कन्हैया सेमवाल, राजेश प्रसाद, मनमोहन सेमवाल, रवि नौटियाल तथा संजय कुमार पहुंचे थे. इसके अलावा उत्तराखंड सांस्कृतिक समिति ग्रेटर नोएडा से अध्यक्ष जेपीएस रावत, डीएस नेगी, ललित पडलिया, केएन कांडपाल, बच्चीराम रतूड़ी, कृष्णा पन्त, तारा दत्त शर्मा, जीसी भट्ट आदि मौजूद रहे. कार्यक्रम के दौरान मंच संचालन प्रशांत गगोड़िया तथा आयुषी जुयाल ने किया।

इस अवसर पर महाकौथिग के मुख्य संयोजक राजेन्द्र चौहान, संस्थापक कल्पना चौहान, अध्यक्ष आदित्य घिल्डियाल, वरिष्ठ उपाध्यक्ष हरीश असवाल, महासचिव लक्ष्मण सिंह रावत, कोषाध्यक्ष सुबोध थपलियाल, इंद्रा चौधरी, नरेन्द सिंह बिष्ट, उपेन्द्र पोखरियाल, जगत सिंह रावत, पी.एन. शर्मा,  आर.पी. घिल्डियाल, विनोद कबटियाल, दीवान सिंह लटवाल, दिगमोहन नेगी, सौरभ धस्माना, गिरीश कोटनाला, उदय ममगाई राठी, कृष्ण कुमार सुद्रियाल, देवेन्द्र सिंह रावत, पुष्पा रावत, रेखा चौहान, सचिव पुष्पा भट्ट, सुरेन्द्र बिष्ट, मोनू नेगी, दिनेश लखेड़ा, राजेन्द्र सिंह रावत, चंदन सिंह गुसांई, आनन्द पांडे, दीपक बेलवाल, संजय उनियाल, अमर देव भट्ट, यशवंत सिंह रावत, खेशांत खुराना, रजनी जोशी, सत्येन्द्र नेगी, नीरज रावत, हेमन्त जोशी, हरेन्द्र शर्मा, आयुषी जुयाल, इन्दिरा प्रसाद उनियाल, एस. पी. धस्माना, भगवती प्रसाद जुयाल, रमेश चंद्र नैलवाल, रमेश भारद्वाज, सुदर्शन चौधरी, मंजू बड़थ्वाल, लता रावत, केशव दत्त जोशी, सीमा पंवार, सुनीता रावत, तान्या आर्य, सुषमा जोशी, वंदना बिष्ट, हरिदत्त भट्ट, एस.पी. चमोली, अमित पोखरियाल, आर.एस. असवाल, पूजा भट्ट, अनिता भट्ट, मुकेश लखेडा, सुनीता ध्यानी, प्रभा बिष्ट, कविता करगेती, दिगपाल कैंतुरा, धनराज सिंह नेगी, महेश नेगी, अंजू पुरोहित, बबली अधिकारी, पुष्पा देवली, खुशाल सिंह बिष्ट, शिशपाल सिंह रावत, आनंद सिंह रौथाण, गणेश बिष्ट, भीम सिंह रावत, बीना कोठारी, सुनीता रावत, शारदा अधिकारी, लक्ष्मी शर्मा वेदवाल, शीला पंत, विनीता नयाल, भुवनेश्वरी रावत, मंजू जोशी, संगीता भोज, सुनीता नयाल, हरीश जुयाल, जगदीश भट्ट, किरन रामपाल, बबीता नेगी, रेनू उनियाल, बबली ममगाई, लक्ष्मी पांडे, नवीन कोठियाल, राकेश सिंह गुसांई, शोभित गुसांई, आशीष रावत, राजेश गुसांई, विजय चौहान, नितेश भट्ट, अनिल पंत, प्रताप थलवाल,गणेश नेगी  समेत हजारों की संख्या में दर्शक मौजूद रहे।

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