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साधना की साधक कैसे करें तैयारी और क्या हो सावधानी जाने अनिल पुरोहित गुरुजी से

 साधना

साधना की तैयारी और सावधानियां

बहुत से साधक ऐसे है जो साधनाएं तो करते है मगर सफल नही होते । उनकी सबसे बड़ी कमी ये होती है कि वो लोग साधना को बिना तैयारी के करते है जिसका नतीजा यह होता है कि उनकी साधना असफल हो जाती है और वो लोग अपनी कमी देखने के बजाय तंत्र को दोष देने लग जाते है ।

आज मै आपको साधना की तैयारी के बारे मे कुछ जानकारी दे रहा हू ध्यान से पढें और उस पर अमल करेंगे तो आपको सफलता अवश्य मिलेगी

१. सबसे पहले योग्य गुरू से साधना का विधि विधान प्राप्त करें

२. साधक को साधना शुरू करने से दस बारह दिन पहले तैयारी कर लेनी चाहिये ताकि साधना में ध्यान लग सके ।

३. मंत्र को अच्छी तरह से याद कर लेना चाहिये अटक अटक कर जाप किया मंत्र निष्फल हो जाता है ।

४. पूरी सामग्री ताजा, शुद्ध , और पूरी मात्रा मे खरीद कर रख लेनी चाहिये ताकि बीच में दिक्कत ना हो ।

५.  फल , फूल , मिठाई , दूध , दही वगैरह उसी दिन ताजी खरीद कर लाना चाहिये।

६. तन , मन , धन से तैयारी करनी चाहिये । साधना पूरे मन से , पूरे विश्वास से , पूरी श्रद्धा के साथ करनी चाहिये, बिना इनके साधना कभी सफल नही होती ।

७. तंत्र को,  मंत्र को, गुरू को, इष्ट को, किसी शक्ति को आजमाने  के लिये साधना मत कीजिये ऐसा करने से आपका अनुष्ठान बेकार तो जायेगा ही आपको नुकसान भी उठाना पड सकता है ।

८. जल्दबाजी मे कोई भी साधना मत कीजिये क्योकि जल्दबाजी मे कोई काम सफल नही होता ।

९. अपनी हार को, परेशानी को, साधना के ऊपर हावी मत होने दें,

नही तो आपको कुछ हांसिल नही होगा।

१०. जाप के वक्त आपका ध्यान पूरी तरह से अपने मंत्र में या उस मंत्र के देव में होना चाहिये जिसका आप जाप कर रहे हों, फिर चाहे वो मंत्र देव का हो या इतर योनि का हो ।

११.  साधना की पूरी प्रकिया को अच्छी तरह से समझ लेना चाहिये

तब साधना शुरू करनी चाहिये।

१२. साधना हमेशा प्रेम से व शांति से करनी चाहिये, हडबडी  नही करनी चाहिये।

१३. सबसे जरूरी बात जिस गुरू से आपने साधना ली है उस पर पूरा विश्वास करना चाहिये ।

क्योंकि सबसे पहले पूजा गुरू की की जाती है और यदि उस पर भरोसा ही नही है केवल पूजा की  फार्मल्टी  कर रहे हो तो आप सारी जिन्दगी पूजा जाप करते रहो कभी सफल नही हो सकते । गुरू ही साधना मे सफलता की कुंजी होता है इसलिये गुरू पूजन सबसे पहले किया जाता है और यदि हमने उसका पूजन ही मन से नही किया तो बाकी कोई भी शक्ति तुम्हारे आह्वान पर नही आयेगी, ये ध्यान रखना ।

आपकी कुशलता की कामना के साथ आपका अपना 

🌹🙏अनिल पुरोहित "गुरु जी "🌹🙏

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