DEHRADUN : प्रदेश में महिलाओं की आय बढ़ाने के लिए स्वयं सहायता समूहों को सशक्त बनाने के लिए उनको दिए जाने वाले ऋण की सीमा बढ़ाने की तैयारी। इस बाबत सहकारिता मंत्री डॉ.धन सिंह रावत ने कहा कि हमारी सरकार प्राथमिक कृषि सहकारी समितियों (पैक्स) के माध्यम से स्वयं सहायता समूहों और किसानों को ब्याज रहित ऋण दिए जाने की राशि बढ़ाने जा रही है। अब तक समूहों को 5 लाख तक ऋण मिलता था जिसे बढाकर अब 10 लाख रुपये किया जाएगा।
इसके साथ ही एकल व्यक्ति को मिलने वाले तीन लाख की सीमा को भी पांच लाख रुपये तक किया जायेगा। यह सुविधा अच्छा काम करने वालों को ही मिलेगी। प्रदेश का सहकारिता विभाग इसका प्रस्ताव तैयार कर रहा है, जिसे जल्द ही मंजूरी के लिए कैबिनेट में लाया जाएगा।
डॉ. धन सिंह ने कहा कि दीनदयाल उपाध्याय सहकारिता किसान कल्याण योजना के तहत वित्तीय वर्ष 2022-23 में 90230 लाभार्थियों को 624.84 करोड़ का ब्याज रहित ऋण दिया जा चुका है। अक्टूबर 2017 में इस योजना के आरंभ होने से अब तक सात लाख से अधिक लाभार्थि और लगभग चार हज़ार से अधिक स्वयं सहायता समूह इस सहायता का लाभ उठा चुके हैं।
प्रदेश में महिला किसानों को महिला सशक्तीकरण योजना के तहत प्रशिक्षण देकर उनका विकास किया जा रहा है। इस योजना के तहत सवा लाख महिलाओं को लखपति दीदी बनाने का लक्ष्य रखा गया है, जिनको मिशन की विभिन्न योजनाओं के माध्यम से आर्थिक रूप से सशक्त किया जा रहा है।
सहकारिता मंत्री ने कहा कि पैक्स के माध्यम से गठित स्वयं सहायता समूहों को अच्छा काम करने पर प्रोत्साहित किया जाएगा। दीनदयाल उपाध्याय सहकारिता किसान कल्याण योजना के माध्यम से अधिक से अधिक लोगों को जोड़कर महिला सशक्तीकरण एवं किसानों की आय बढ़ाने का प्रयास किया जायेगा।

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