कर्णप्रयाग : शनिवार देर रात चमोली जिले के थराली तहसील के पैनगढ़ गांव में भूस्खलन होने से पहाड़ से गिरे बोल्डर की चपेट में आने से तीन मकान क्षतिग्रस्त हो गए। जिसमें चार लोगों की दबने से मौत हो गई है अन्य घायल हो गए हैं। घटना की जानकारी मिलते ही पुलिस, एसडीआरएफ और एनडीआरएफ की टीम ने मौके पर पहुंचकर रेस्क्यू अभियान चलाया।
जानकारी मिली है कि शनिवार देर रात 1.45 बजे थराली के पैनगढ़ गांव में भूस्खलन से एक भारी बोल्डर आवासीय क्षेत्र के ऊपर आ गिरा जिसकी चपेड़ में तीन मकान आ गए लेकिन एक माकन बुरी तरह क्षतिग्रस्त हो गया। जिसके मलवे में दबने के कारण चार लोगों की मौत हो गई है और अन्य घायल हुए हैं। इसकी सूचना पर पुलिस, एसडीआरफ और एनडीआरएफ की टीम ने रेस्क्यू कर शवों को निकाला और घायलों को अस्पताल पहुंचाया।
घटना से गांव में शोक की लहर
दो दिन बाद दीपावली का त्यौहार है ऐसे में गांव में उसकी तैयारियां चल रही थी और काफी संख्या में लोग बाहर से भी गांव में आये हुए थे। लेकिन शनिवार को हुई इस दैविक आपदा से गांव सहित पूरी पिंडर घाटी में शोक की लहर छा गई।
आपदा में मरने वालों के नाम
इस घटना में एक ही परिवार के 4 लोग देवानंद (57) पुत्र माल दत्त सती, बचुली देवी पत्नी माल दत्त सती (75) घनानंद पुत्र माल दत्त सती (45) और सुनीता देवी (37) की मौत हो गई है।
पैनगढ़ में इससे पहले भी घट चुकी है ऐसी ही घटनाएं
घटना के बाद गांव वालों ने बताया कि पूरे गांव में लगभग 80 परिवार रहते हैं। गांव के जिस भाग मे ये घटना घटी वहां 30 परिवार निवास कर रहे हैं। उन्होंने बताया कि कि हमारा गांव थराली से 12 किलोमीटर की दूरी पर है और अभी भी हमें 3 किलोमीटर पैदल चलकर गांव पहुंचना पड़ता है। हमारा गांव भूगर्भीय दृष्टि से संवेदनशील है। पांच साल पहले भी गांव के ऊपर पहाड़ी पर भूस्खलन से दरारें पड़ गई थी जो बाद में बढ़ती ही गई। पिछले साल भी बरसात के सीजन में गांव के लगभग 40 परिवारों को यहां से शिफ्ट कर सुरक्षित स्थान पर टेंट व छानियों में भेजा गया था।
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