पशु-चिकित्सालय न खुलने से ग्रामीणों में रोष पिछले पंद्रह सालों से
उठ रही है मांग
कर्णप्रयाग : जनपद चमोली के जोशीमठ ब्लॉक के अनेकों गांवो के ग्रामीण पशुधन को बचाने के लिए पिछले कई सालों से पशु चिकित्सालय की मांग कर रहे हैं लेकिन उनकी मांग पर अभी तक क्षेत्र में पशु अस्पताल न खुलने से ग्रामीणों में खासी नाराजगी है।
ग्रामीणों के मुताबिक चमोली और जोशीमठ के दरम्यान कोई भी पशु-चिकित्सालय न होने से उन्हें अपने पशुओं के इलाज के लिए चमोली या जोशीमठ आना पड़ता है। इस क्षेत्र के लगभग 80 प्रतिशत ग्रामीणों की आजीविका का साधन केवल पशुपालन है। पशुचिकित्सालय नजदीक न होने से हमें पशुपालन विभाग की योजनाओं के बारे में भी सही जानकारी नहीं मिल पाती।
बता दें कि प्रशासन ने बंड क्षेत्र पीपलकोटी में पशु-चिकित्सालय खोलने के लिए पशुपालन विभाग से 2017 में प्रस्ताव मांगा था जिसके एवज में पशुपालन विभाग चमोली ने पीपलकोटी में चिकित्सालय खोलने के लिए सभी मानक पूरे होने को लेकर विभाग को पत्र भेजा। वहीं इस बाबत 2019 और 2020 के विधानसभा सत्र में स्थानीय विधायक महेंद्र भट्ट ने पशुपालन मंत्री से लिखित प्रश्न किया था जिसके जवाब में मंत्री जी ने भी पीपलकोटी में पशु-चिकित्सालय खोलने के लिए लिखित आश्वासन देने और पलायन आयोग द्वारा चिकित्सालय की आवश्यकता की बात कहने के बावजूद आज 5 वर्ष गुजर जाने के बाद भी ग्रामीणों को चिकित्सालय का इंतज़ार है।
बंड विकास संगठन के अध्यक्ष शम्भु प्रसाद सती सहित क्षेत्र के तमाम ग्रामीणों ने वर्तमान सरकार से एक बार फिर बंड क्षेत्र पीपलकोटी में अति शीघ्र पशुचिकित्सालय खोलने की मांग की है।
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