-->
माणा गांव में सर्वोच्च न्यायालय के वरिष्ठ न्यायमूर्ति के करकमलों द्वारा बहुउद्देशीय विधिक साक्षरता शिविर का आयोजन

माणा गांव में सर्वोच्च न्यायालय के वरिष्ठ न्यायमूर्ति के करकमलों द्वारा बहुउद्देशीय विधिक साक्षरता शिविर का आयोजन

Mana village

माणा गांव में सर्वोच्च न्यायालय के वरिष्ठ न्यायमूर्ति के करकमलों 

द्वारा बहुउद्देशीय विधिक साक्षरता शिविर का आयोजन 

जोशीमठ : देश के अंतिम गांव माणा के निकट गढ़वाल स्कॉउट के मैदान में राष्ट्रीय विधिक सेवा प्राधिकरण सर्वोच्च न्यायालय नई दिल्ली एवं उत्तराखंड राज्य विधिक सेवा प्राधिकरण उच्च न्यायालय नैनीताल के तत्वाधान में बहुउद्देशीय विधिक साक्षरता शिविर का आयोजन किया गया। शिविर में पहुंचे न्यायपालिका से जुड़े अनेकों गणमान्यों ने ग्रामीणों को विधिक जागरूकता के साथ-साथ केंद्र व राज्य सरकार द्वारा संचालित जन कल्याणकारी योजनाओ की जानकारी दी। 

आयोजन में मुख्य अतिथि सर्वोच्च न्यायालय के वरिष्ठ न्यायमूर्ति एवं राष्ट्रिय विधिक सेवा प्राधिकरण के अध्यक्ष उदय उमेश ललित का उच्च न्यायालय नैनीताल के कार्यवाहक मुख्य न्यायमूर्ति व उत्तराखंड राज्य विधिक सेवा प्राधिकरण के कार्यकारी अध्यक्ष एस के मिश्रा ने रुद्राक्ष का पौधा, स्मृति चिन्ह एवं शाल भेंट कर स्वागत किया। मुख्य अतिथियों का स्थानीय लोगों ने भोटिया (पौणा) नृत्य द्वारा और संस्कृति महाविद्यालय के छात्रों ने स्वस्ति वाचन तथा गढ़वाल स्कॉउट ने अपने बैंड से मधुर धुन के साथ भव्य स्वागत किया।  इस अवसर पर स्थानीय विद्यालय की छात्राओं ने भांति भांति के सांस्कृतिक कार्यक्रम प्रस्तुत कर सबका मन मोह लिया। 

आयोजन में स्वास्थ्य विभाग और गढ़वाल स्कॉउट विभाग द्वारा लोगों का निःशुल्क चिकित्सा प्रशिक्षण के साथ ही दवा का वितरण किया गया। इसके अलावा शिक्षा, कृषि, पर्यटन, स्वास्थ्य, समाज कल्याण, पशुपालन, उद्यान, उद्योग, राजस्व मत्स्य इत्यादि विभागों ने भी अपने अपने स्टॉल पर जन समस्याओं का मौके पर ही निराकरण करते हुए स्थानीय लोगों को अपनी योजनाओं से भी लाभान्वित किया। 

इस मौके पर विधिक सेवा प्राधिकरण के सदस्य सचिव आर के खुल्वे, रजिस्ट्रार जनरल उत्तराखंड उच्च न्यायालय विवेक भारती शर्मा तथा जनपद न्यायाधीश व जिला विधिक सेवा प्राधिकरण के अध्यक्ष नरेंद्र दत्त मौजूद थे। 

जनता को संबोधित करते हुए मा. न्यायमूर्ति ने कहा कि राष्ट्रिय स्तर पर नालसा और राज्य स्तर पर सालसा व जिले स्तर पर विधिक सेवा प्राधिकरण का गठन किया गया है जिसका एक ही उद्देश्य है कि देश के हर नागरिक को सुगमता से न्याय मिल सके। उन्होंने कहा कि सभी नागरिकों के संवैधानिक और न्याय के अधिकार सुरक्षित रह सकें। उनकी प्राथमिकता विधिक साक्षरता शिविर के जरिये सीमांत क्षेत्रों में जरूरतमंदों तक न्याय पहुंचे। इस दौरान उनके द्वारा शिविर में लगे सरकारी विभागों के स्टॉलों का भी निरिक्षण किया और दिव्यांगजनों के बीच वैशाखी, व्हील चेयर व कंबल का वितरण किया गया । वहीं रजकीय इंटर कॉलेज पांडुकेश्वर एवं बड़गांव को स्पोर्ट्स किट भी प्रदान की। इससे पूर्व उन्होंने बद्रीनाथ मंदिर में पूजा अर्चना की और भगवान बद्रीनाथ से देश की खुशहाली की कामना की। 

अंत में जनपद न्यायाधीश एवं जिला विधिक सेवा प्राधिकरण के अध्यक्ष नरेंद्र दत्त ने विधिक सेवाओं की उपस्थित जनसमूह को विस्तार से जानकारी देते हुए आयोजन में पधारे अतिथियों और जनसमूह का आभार व्यक्त किया। 

इस सुंदर आयोजन का संचालन बेहद ही उम्दा तरीके से जिला विधिक सेवा प्राधिकरण के सिविल जज (सी.डी.) सचिव सिमरनजीत कौर द्वारा किया गया। प्रदेश भर से अधिवक्तागण, पराविधिक कार्यकर्ता, विभिन्न विभागों के अधिकारीयों सहित बड़ी  संख्या में स्थानीय जनता ने अपनी उपस्थिति दर्ज कर आयोजन की शोभा बढ़ाई। 

0 Response to "माणा गांव में सर्वोच्च न्यायालय के वरिष्ठ न्यायमूर्ति के करकमलों द्वारा बहुउद्देशीय विधिक साक्षरता शिविर का आयोजन "

एक टिप्पणी भेजें

Ads on article

advertising articles 2