बद्रीनाथ धाम : उत्तराखंड के अपर पुलिस महानिदेशक अपराध एवं कानून व्यवस्था डॉ0 वी0 मुरुगेशन चार धाम यात्रा के सुचारू संचालन और श्रद्धालुओं की सुरक्षा सुनिश्चित करने के मद्देनजर बुधवार को बद्रीनाथ धाम पहुंचे।
धाम पहुंचकर एडीजी ने श्री बद्रीनाथ मंदिर परिसर और इसके आसपास की सुरक्षा व्यवस्थाओं का बारीकी से जायजा लिया। उन्होंने विशेष रूप से मंदिर के भीतर और बाहर बढ़ती भीड़ को कुशलतापूर्वक नियंत्रित करने के लिए किए गए पुलिस प्रबंधन की विस्तृत जानकारी प्राप्त की।
निरीक्षण के दौरान, अपर पुलिस महानिदेशक ने प्रत्येक ड्यूटी प्वांइट पर जाकर तैनात पुलिस के जवानों से व्यक्तिगत रूप मुलाकात कर उनका परिचय प्राप्त किया और उनसे बद्रीनाथ जैसे क्षेत्र में ड्यूटी करने के उनके अनुभवों और सामने आ रही संभावित समस्याओं के बारे में जानकारी ली। उन्होंने विषम परिस्थितियों में भी मुस्तैदी से कर्तव्य निभा रहे इन जवानों का हौसला अफजाई करते हुए उन्हें महत्वपूर्ण दिशा-निर्देश दिए।
जवानों को संबोधित करते हुए, एडीजी महोदय ने 'अतिथि देवो भव:' के भाव पर विशेष जोर दिया। उन्होंने कहा कि चार धाम यात्रा पर आने वाला प्रत्येक श्रद्धालु हमारे लिए अतिथि के समान है। पुलिस का प्राथमिक दायित्व है कि इस भावना के साथ यात्रियों को सुरक्षित और सुगम यात्रा प्रदान की जाए। उन्होंने स्पष्ट निर्देश दिए कि श्रद्धालुओं के साथ हमेशा मधुर और विनम्र व्यवहार किया जाए। पुलिस कर्मियों को यह सुनिश्चित करना होगा कि श्रद्धालु व्यवस्थित और कतारबद्ध तरीके से श्री हरि के दर्शन कर सकें, जिससे उनकी यात्रा सुखद बनी रहे।
सुरक्षा व्यवस्थाओं की समीक्षा के बाद, एडीजी ने अधिकारियों को आगाह किया कि आगामी दिनों में कई राज्यों में स्कूली छुट्टियां शुरू होने वाली हैं, जिससे मैदानी क्षेत्रों से बड़ी संख्या में यात्री चार धामों और पर्यटक स्थलों की ओर रुख करेंगे। इससे यात्रियों की संख्या और यातायात का दबाव बढ़ने की पूरी संभावना है। इस स्थिति से निपटने के लिए, उन्होंने सभी अधिकारियों और जवानों को 'अलर्ट मोड' पर रहने के निर्देश दिए। उन्होंने दोहराया कि श्रद्धालुओं की सुरक्षा सर्वोपरि है और सभी कार्मिक अपनी नियुक्ति स्थल पर मुस्तैद रहते हुए, स्वयं की सुरक्षा का ध्यान रखते हुए भी यात्रियों की सुरक्षा व्यवस्था सुनिश्चित करें।
एडीजी महोदय ने यात्रा मार्ग और मंदिर के आसपास की गतिविधियों पर चौबीसों घंटे निगरानी रखने वाले अत्याधुनिक सीसीटीवी कंट्रोल रूम का भी निरीक्षण किया। उन्होंने कंट्रोल रूम की कार्यप्रणाली और उसकी तकनीकी क्षमताओं के बारे में जानकारी ली।
एडीजी महोदय ने मंदिर परिसर में मौजूद श्रद्धालुओं से सीधा संवाद स्थापित किया। उन्होंने यात्रियों से उनकी यात्रा के अनुभव, सुरक्षा व्यवस्थाओं को लेकर उनके विचार जानने का प्रयास किया और पूछा कि क्या उन्हें किसी प्रकार की परेशानी या कोई सुझाव है। श्रद्धालुओं ने भी बेझिझक अपनी बातें रखीं। कई यात्रियों ने पुलिस और प्रशासन द्वारा की गई व्यवस्थाओं की सराहना की, जबकि कुछ ने भीड़ प्रबंधन या अन्य छोटी-मोटी बातों को लेकर अपने सुझाव भी साझा किए। एडीजी महोदय ने सभी की बातों को ध्यानपूर्वक सुना और संबंधित अधिकारियों को उन पर तत्काल ध्यान देने तथा आवश्यक सुधार करने के निर्देश दिए।
इस दौरान पुलिस उपाधीक्षक मदन सिंह बिष्ट, पुलिस उपाधीक्षक अखिलेश सिंह, थानाध्यक्ष नवनीत भंडारी व अन्य अधिकारी और कर्मचारी मौजूद रहे।
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