पौड़ी : उत्तराखंड में डाक सेवकों की भर्ती मामले में डाक विभाग पौड़ी को मिले नवनियुक्त डाक सेवकों के दस्तावेजों की विभागीय जांच में दो डाक सेवकों के शैक्षणिक दस्तावेज फर्जी मिले हैं। दोनों ही डाक सेवक उत्तर प्रदेश के बिजनौर शहर के रहने वाले हैं, जबकि दो डाक सेवक जो मध्य प्रदेश के हैं, जांच के दौरान चकमा देकर भाग खड़े हुए।
विभाग ने त्वरित कार्यवाही करते हुए चारों डाक सेवकों की नियुक्ति को निरस्त कर दिया है। नियुक्ति प्रक्रिया के बाद पौड़ी डाक विभाग को 165 डाक सेवक मिले हैं। इनमें 77 ने पौड़ी मुख्यालय में आमद कराई। लेकिन विभाग तब हैरान हो गया जब नवनियुक्त डाक सेवक हिंदी भी ठीक से नहीं लिख पा रहे थे।
शैक्षणिक दस्तावेजों में बिजनौर के अनिल कुमार और अंकुर यादव ने 10 वीं 96-97 फीसदी अंक से पास करने का दवा किया था। लेकिन डाक विभाग पौड़ी द्वारा शैक्षणिक दस्तावेजों की जांच करने पर उनके दस्तावेज फर्जी पाए गए। जबकि मध्य प्रदेश के रहने वाले पंकज और उदय ज्वाइनिंग के लिए पहुंचे तो दस्तावेजों की जांच की बात सुन वे बहाना बनाकर वहां से फरार हो गए। डाक विभाग द्वारा इनके विरुद्ध कोई भी मुकदमा पंजीकृत कराने की जानकारी नहीं मिली है।
डाक अधीक्षक पौड़ी दीपक शर्मा ने बताया कि जुलाई-2023 में 32 कार्मिक बाहरी राज्यों के थे, जिनकी रिपोर्ट उच्च अधिकारियों को भेज दी गई है। अब विभाग द्वारा दस्तावेजों की जांच चल रही है। जिसमें फर्जी दस्तावेजों के खिलाफ सख्त कार्यवाही की जाएगी और भविष्य में को रोकने के लिए उचित कदम उठाये जायेंगे।
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