देहरादून : सोमवार 4 मार्च को विक्टोरिया क्राॅस नायक ( बाद में ऑनरेरी लेफ्टिनेंट) दरवान सिंह नेगी का 141 वां जन्मदिन उनके गाँव कफारत्तीर के अलावा गोपेश्वर, गौचर, देहरादून आदि जगहों पर मनाया गया।
सर्वविदित हो कि भारत देश के प्रथम विक्टोरिया क्राॅस विजेताओं में से एक, नायक दरवान सिंह नेगी जी को 39/1 गढ़वाल राइफल्स में रहते हुए 23/24 नवम्बर 1914 की रात्रि को फेस्टुवर्ग, फ्रांस में आमने सामने की लड़ाई में निर्भीक होकर अपने शौर्य का प्रचम लहराते हुए जर्मन सेना को खदेड़ने के लिए किंग जाॅर्ज पंचम ने दिनाँक 05 दिसम्बर 1914 को लड़ाई के मैदान में जाकर ब्रिटेन के सर्वोच्च सैन्य सम्मान "विक्टोरिया क्रॉस" से नवाजा था। राजा की ओर से कोई भी दो मांगों को रखने के एवज में उन्होंने कर्णप्रयाग में अंग्रेजी माध्यम का मिडिल स्कूल खोलने व हरिद्वार से कर्णप्रयाग तक रेलवे लाइन की मांग रखी। उनकी ये दोनों ही मांगें स्वीकार भी की गई। उन्हीं की 100 वर्ष पूर्व की दूरदर्शिता, निष्पक्ष सेवाभाव व जायज मागों की बदौलत वीसी दरवान सिंह नेगी राo इo काॅo कर्णप्रयाग ने कई हीरे पैदा किए हैं व मंगसीरू की रेल भी अब कर्णप्रयाग पहुंची है। ऐसे महान नायक को बार-बार नमन।
देहरादून मिलन केंद्र में नायक दरवान सिंह नेगी जी को श्रद्धा सुमन अर्पित करने के लिए पद्म श्री कल्याण सिंह रावत, कर्नल डीएस बर्त्वाल, श्री भुवन नौटियाल, डाo ताजबर सिंह पड्यार, पूर्व प्रधानाचार्य श्री राम सिंह खत्री जी, श्री रविदर्शन तोपाल जी के साथ साथ अन्य अनेकों गणमान्य व्यक्ति मौजूद रहे।
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