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इंदिरापुरम कौथीग मेले में ललित मोहन फौजी के गीतों और कोमल राणा ग्रुप की नृत्य प्रस्तुतियों पर खूब थिरके लोग

 इंदिरापुरम कौथीग 2024


Uttraini Kauthig 2024 Indirapuram : उत्तराखंड में कौथिगों का वहां की संस्कृति में विशेष महत्व है यही कारण है कि प्रवास में रहते हुई भी लोग कौथीग को नहीं भूले हैं और दिल्ली एनसीआर में कौथीग मेलों का आयोजन कर अपनी संस्कृति और परंपरा को युवा पीढ़ी तक पहुंचा रहे है। इंदिरापुरम की पर्वतीय जन चेतना समिति भी उतरैणी मकरैणी के अवसर पर तीन दिवसीय कौथीग का आयोजन कर रही है जिसमें युवा और मातृशक्ति बढ़चढ़ कर प्रतिभाग कर रही है।

शनिवार को इंदिरापुरम कौथीग के दूसरे दिन सुबह 12 बजे पार्षद हरीश कडाकोटी ने उद्घाटन किया तत्पशचात स्थानीय बच्चों ने उत्तराखंडी गीतों पर सुंदर प्रस्तुतियां देकर उपस्थित जन समूह का दिल जीत लिया। 
दोपहर तीन बजे से उत्तराखंड के लोक गायकों ललित मोहन जोशी फौजी, सतेंद्र फरदियाल, अमित कोहली, दीपा चौहान, हेमा आर्य इत्यादि ने अपनी अपनी प्रस्तुतियों से समा बांधा। ललित मोहन फौजी और कोमल राणा ग्रुप आज के कार्यक्रम केविशेष आकर्षण थे। इनकी प्रस्तुतियों पर लोग जगह जगह ग्रुपों में थिरक रहे थे। वहीं माता की डोली ने माहौल को भक्तिमय बना दिया। 



कार्यक्रम के मुख्य अतिथि दिल्ली प्रदेश भाजपा के मंत्री डॉ विनोद बछेती, पूर्व राज्य मंत्री दर्जा प्राप्त सच्चिदानंद शर्मा और समिति के अध्यक्ष सागर रावत की उपस्थिति कार्यक्रम की शोभा बढ़ा रहे थे।
इस अवसर पर डॉ विनोद बछेती जी ने कहा कि सूर्य के उत्तरायण दिशा में आने और मकर राशि में प्रवेश करने से उत्तराखंड में इस दिन को उतरैणी मकरैणी के रूप में मनाया जाता है। इस दिन उत्तराखंड में स्थित पांचों प्रयागों में लोग स्नान करते हैं व वहां कौथीग का आयोजन होता है। उन्होंने कहा कि मैं देख रहा हूं कि उत्तराखंड की युवा पीढ़ी भी अब अपने रीति रिवाजों और त्यौहारों को जानने और समझने का प्रयत्न कर रही है जो शुभ संकेत है। साथ ही कहा कि युवा पीढ़ी को नाच गाने के साथ साथ उत्तराखंड के सामाजिक कार्यों में भी बढ़चढकर अपनी भागीदारी निभानी चाहिए। इस सुंदर आयोजन के लिए उन्होंने समिति के अध्यक्ष सागर रावत और उनकी टीम का आभार जताया। 
दोपहर 3 बजे के बाद आयोजन स्थल पर पहुंचे अपार जनसमूह ने इस कौथीग का लुफ्त उठाया और उत्तराखंड से आए ऑर्गेनिक उत्पादों की खरीदारी कर स्टाल लगाए उत्पाद विक्रेताओं का उत्साह बढ़ाया। 
आयोजन समिति ने कलाकारों, अतिथियों व पत्रकारों को स्मृति चिन्ह देकर सम्मानित किया। समिति के मीडिया प्रभारी सौरव कबटियाल और  गिरीश रावत ने कार्यक्रम की मीडिया कवरेज करने के लिए पत्रकार बंधुओं के योगदान के लिए उनकी प्रशंसा की और अनुग्रह किया कि आगे भी वो समिति को इसी प्रकार अपना सहयोग देते रहेंगे। 
समिति के अध्यक्ष सागर रावत ने कहा कि इस आयोजन को सफल बनाने में पूरी टीम ने अथक प्रयास किया है । उन्होंने उपस्थित अतिथियों का कलाकारों, पत्रकारों और अपनी पूरी टीम का धन्यवाद किया और आभार जताया। 
इस अवसर पर समाजसेवी भाई उदय ममगाई राठी, समाज सेवी भाई भूपेंद्र सिंह रावत,  सामाजिक कार्यकर्ता मोहन जोशी, पत्रकार सत्येंद्र नेगी, नीलू सती, सामाजिक कार्यकर्ता आशीष रावत, गढ़वाली कवि भगवती प्रसाद जुयाल, राकेश धस्माना, गायक व संगीतकार गुसाईं, गढ़वाली फिल्मों के निर्माता व अभिनेता राकेश गौड, रेनू जखमोला उनियाल, सुरेंद्र कुमार शर्मा, पहाड़ी फ्रेश के जितेंद्र व सैकड़ों संस्कृति प्रेमी मौजूद रहे।

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