KARNPRAYAG : श्री आदिबद्री धाम के कपाट एक महीने बाद मकर संक्रांति के शुभ दिन पर ब्रह्ममुहूर्त में 4 बजकर 30 मिनट पर वैदिक मंत्रोच्चार व धार्मिक विधि विधान के साथ श्रद्धालुओं के दर्शनार्थ 11 महीनों के लिए खोल दिए गए हैं। कपाटोद्घाटन से पूर्व भगवान विष्णु के धाम को फूलों से सजाया गया था। परंपराओं के अनुसार मंदिर के कपाट वर्षभर में पौष माह के लिए बंद कर दिए जाते हैं।
आदिबद्री धाम के कपाट खुलने के बाद भगवान विष्णु के धाम में महाभिषेक समारोह के साथ-साथ आज से यहां सात दिवसीय शीतकालीन पर्यटन एवं सांस्कृतिक विकास मेले का आगाज भी हुआ ।
मेले का शुभारंभ भाजपा प्रदेश कार्य समिति के सदस्य समीर मिश्रा ने किया। इस अवसर पर कर्णप्रयाग विधायक अनिल नौटियाल भी मौजूद रहे।
मकर संक्रांति के ब्रह्म मुहूर्त में मंदिर के पुजारी चक्रधर थपलियाल ने कपाटोद्घाटन पर अभिषेक पूजा संपन्न करवाई। पूजा अर्चना के बाद भगवान बद्री नारायण को भोग लगया गया और पंच ज्वाला आरती के बाद मंदिर में दर्शनों की प्रक्रिया शुरु कर दी गई है। इसके साथ ही सात दिवसीय शीतकालीन पर्यटन एवं सांस्कृतिक विकास मेले का शुभारंभ कर दिया गया है।
इस अवसर पर आयोजन समिति के अध्यक्ष जगदीश बहुगुणा, महासचिव हिमेन्द्र कुंवर, कोषाध्यक्ष बलवंत भंडारी, आचार्य नागेन्द्र तिवारी, चिंतामणि सेमवाल, प्रताप लूथरा, हरीश ड्यूडी, अरुण मैठाणी, जिला पंचायत सदस्य विनोद नेगी, विजयेश नवानी, वीरेंद्र प्रभु, विजय चमोला, नरेश बरमोला, नवीन बहुगुणा और मायाराम बहुगुणा सहित क्षेत्र के असंख्य भक्तजन मौजूद रहे।
कपाट खुलने के शुभ अवसर पर सैकड़ो की संख्या में भक्तों ने किए भगवान विष्णु के दर्शन कर आर्शीवाद लिया । कपाट खुलने के साथ ही मंदिर में अयोध्या में हो रहे श्री रामलला की प्राण प्रतिष्ठा को लेकर भी आदिबद्री मंदिर में विशेष पूजा अर्चना एवं भजन कीर्तन शुरू हो गए है।
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