गोपेश्वर : सोमवार को प्रसिद्ध अनसूया मेला बड़े ही उत्साह और उमंग के साथ शुरू हो गया। क्षेत्र के विभिन्न गांवों से देव डोलियां ढोल दमाऊं की थाप पर नृत्य करते हुए मंडल पहुंची। यहां अनुसूया मंदिर गेट पर उनका भव्य स्वागत किया गया तत्पश्चात सीमांत क्षेत्र अनुश्रवण परिषद के उपाध्यक्ष चंडी प्रसाद भट्ट और बीकेटीसी के उपाध्यक्ष किशोर पंवार ने मेले का विधिवत शुभारंभ किया। इस दौरान संस्कृत महाविद्यालय मंडल के 11 छात्रों ने वेदाचार्य कृष्णानंद पंत के नेतृत्व में स्वास्ति वाचन का पाठ किया। संतानप्राप्ति की इच्छा लिए देशभर से 213 दम्पतियां मां अनसूया के द्वार पहुंची हैं।
दत्तात्रेय जयंती के अवसर पर प्रतिवर्ष संतानदायिनी माता अनसूया के मंदिर में दो दिवसीय मेला आयोजित होता है। देशभर से सैकड़ों श्रद्धालु इस मेले में शामिल होने के लिए मंडल पहुंचते हैं। माना जाता है कि जो भक्त पूरी श्रद्धा के साथ यहां आता है मां सबकी कामना पूर्ण करती है।
सोमवार को दोपहर दो बजे खल्ला गांव, देवलधार, बणद्वारा, कठूड़ और सगर की छह देव डोलियां मंडल गांव में पहुंचीं और भक्तों को आशीर्वाद दिया। यहां सभी डोलियों की विधिवत पूजा अर्चना की गई और ढोल दमाऊं की थाप पर डोलियों ने नृत्य किया। इसके बाद शाम को माता की डोलियों ने अनसूया मंदिर में प्रवेश किया। माता के दर्शनों के लिए सैकड़ों भक्तगण अनसूया मंदिर पहुंचे।
मंदिर के मुख्य पुजारी अंकित सेमवाल ने बताया कि इस बार मंदिर को श्री बद्रीनाथ एवं श्री केदारनाथ मंदिर की तर्ज पर 8 क्विंटल फूलों से सुशोभित किया गया। इस पहल से मंदिर भव्य और आकर्षक दिखेगा। उन्होंने कहा कि इस मेले में हज़ारों श्रद्धालु दर्शनार्थ पहुंचते है। दो दिन चलने वाले मेले के अवसर पर निसंतान दंपति रात्रि अखंड जागरण कर संतान प्राप्ति की मनोकामना करते हैं। इसके निमित ही इस मेले काआयोजन वर्षों से होता चला आ रहा है।
इस दौरान पूर्व नगर पालिका अध्यक्ष संदीप रावत और व्यापार संघ अध्यक्ष अंकोला पुरोहित ने बताया कि अनसूया मंदिर के पांच किलोमीटर पैदल मार्ग पर चार जगहों पर स्थानीय लोगों की ओर से भंडारा लगाया गया है। इस मौके पर पूर्व प्रमुख भगत सिंह बिष्ट, चमोली जिला सहकारी बैंक के पूर्व अध्यक्ष गजेंद्र सिंह रावत, देवेंद्र सिंह रावत और दुर्गा प्रसाद सेमवाल आदि मौजूद रहे।
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