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मौसम विभाग की चेतावनी को देखते हुए DGP उत्तराखंड ने समस्त जनपद के प्रभारियों के साथ वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग कर चारधाम यात्रा को सकुशल संपन्न कराने के लिए आपस में समन्वय करने के निर्देश दिए

 

CHARDHAM YATRA : उत्तराखंड में चारधाम यात्रा गंगोत्री, यमनोत्री के कपाट खुलने के साथ ही शुरू हो चुकी है लेकिन मौसम के बदलते रूख को देखकर प्रशासन चिंतित है। केदारनाथ और बद्रीनाथ में पिछले दो दिनों में काफी बर्फ़बारी देखने को मिली है और मौसम विभाग की माने तो अगले सात दिन मौसम के बिगड़ने के आसार है। ऐसे में प्रशासन ने यात्रा के रजिस्ट्रेशन भी फिलहाल बंद कर दिए हैं। सभी श्रद्धालु अपनी यात्रा सुगमता से संपन्न कर सकें इसके लिए अशोक कुमार आईपीएस, डीजीपी की अध्यक्षता में गढ़वाल परिक्षेत्र प्रभारी एवं गढ़वाल परिक्षेत्र के समस्त जनपद प्रभारियों के साथ वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के माध्यम से एक बैठक आहूत की गयी। जिसमें डीजीपी द्वारा निम्न बिन्दुओं पर विचार-विमर्श कर दिशा निर्देश दिए गए।

1. मौसम विभाग से प्राप्त पूर्वानुमान के अनुसार श्री केदारनाथ धाम में अगले छह- सात दिनों तक बर्फवारी होने की सम्भावना है, जिसके दृष्टिगत एसपी, रूद्रप्रयाग को  जिला प्रशासन एवं संबंधित विभाग के अधिकारियों के साथ समन्वय स्थापित करते हुए अग्रेत्तर आवश्यक कार्यवाही करने हेतु निर्देशित किया गया।

2. श्री केदारनाथ धाम में लगातार हो रही बर्फवारी के सम्बन्ध में सोशल मीडिया प्लेटफार्म, न्यूज चौनल, समाचार पत्रों आदि के माध्यम से व्यापक प्रचार-प्रसार कराया जाये। साथ ही बारिश व बर्फबारी के मद्देनजर श्रद्धालुओं से आग्रह करें कि  संभल कर और मौसम के पूर्वानुमान के अनुसार मौसम के साफ होने पर यात्रा प्रारंभ करें।

3. डीजीआरई  चंडीगढ़ द्वारा जनपद उत्तरकाशी, चमोली एवं रूद्रप्रयाग हेतु पूर्व में जारी की गई  एवेलांच चेतावनी के सम्बन्ध में जिला प्रशासन व संबंधित विभाग के अधिकारियों के साथ समन्वय स्थापित करते हुए समय से आवश्यक कार्यवाही सुनिश्चित की जाये ।

4. आपदा प्रबन्धन के दृष्टिगत यह आवश्यक होगा कि आप अपने-अपने क्षेत्र के अंतर्गत पुलिस बल, एसडीआरएफ, फॉयर सर्विस, आपदा प्रशिक्षित कर्मियों एवं सम्बन्धित संशाधनों, फायर संबंधी उपकरणों एवं अन्य उपकरणों को सर्तक कर तैयारी की स्थिति में रखें, जिससे किसी भी आपातकालीन स्थिति में उन्हें आपदा प्रभावित क्षेत्र में बचाव राहत कार्य में तत्काल प्रयोग में लाया जा सके। यह भी आवश्यक है कि बचाव दलों को पूर्व से ही जनपदों के ऐसे स्थानों पर नियुक्त कर दिया जाये, जहां आपदा आने की सम्भावना अधिक रहती है, जिससे तत्काल बचाव राहत की कार्यवाही की जा सके।

5. चारधाम यात्रा/पर्यटन सीजन के दृष्टिगत गढ़वाल परिक्षेत्र के समस्त जनपद प्रभारी यात्रा रूटों पर आवश्यकतानुसार पुलिस एंव यातायात पुलिस के कार्मिकों को नियुक्त करते हुए यातायात व्यवस्था का सुचारू रूप से संचालन कराना सुनिश्चित करें ।

6. किसी भी प्रकार की आपदा की स्थिति तथा श्रद्धालुओं की अत्याधिक संख्या में वृद्धि होने की सम्भावनाओं के दृष्टिगत अपने-अपने जिला मजिस्ट्रेटों के साथ समन्वय स्थापित करते हुए श्रद्धालुओं के ठहरने आदि के सम्बन्ध में स्थानों को चिन्हित कराते हुए वैकल्पिक व्यवस्थायें समय से पूर्ण करा ली जाये।

7. चारधाम यात्रा के दृष्टिगत गढ़वाल परिक्षेत्र के समस्त जनपद प्रभारी आपस में समन्वय स्थापित करते हुए अपने-अपने जनपदों से धामों हेतु प्रस्थान/आगमन करने वाले श्रद्धालुओं/यात्रियों की संख्या के सम्बन्ध में सम्बन्धित वरिष्ठ/पुलिस अधीक्षक को दूरभाष/व्हाट्सएप आदि के माध्यम से समय से अवगत करायें।

8. चारधाम यात्रा में आने वाले यात्रियों/श्रद्धालुओं को पंजीकरण के दौरान अनावश्यक परेशानी न होने के सम्बन्ध में सम्बन्धित विभाग के अधिकारियों के साथ भी समन्वय स्थापित किया जाये।

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