उत्तराखंड में भाजपा प्रत्याशियों की घोषणा होते ही उठने लगे हैं बगावती सुर- कुछ ने किया निर्दलयी लड़ने का ऐलान
नई दिल्ली : आज दोपहर को भाजपा राष्ट्रीय चुनाव समिति द्वारा उत्तराखंड में विधानसभा प्रत्याशियों की घोषणा कर दी गई है लेकिन इसके साथ ही प्रदेश में उनके लिए मुश्किलें भी खड़ी होती दिख रही है। कई विधानसभाओं में पर्व विधायकों और टिकट के प्रबल दावेदारों ने बगावत कर दी हैऔर निर्दलीय चुनाव मैदान में आने का ऐलान कर दिया है।
अगर जनपद चमोली की बात करें तो कर्णप्रयाग विधानसभा से प्रबल दावेदार प्रदेश कार्यसमिति के सदस्य रहे टीका प्रसाद मैखुरी सूचि में अपना नाम न देखकर काफी निराश हैं। वैसे तो इस सीट से पहले दर्जनों दावेदार थे जिनमें प्रदेश कार्यसमिति ने 3-4 लोगों के नाम केंद्र को भेजे थे जिसमे मैखुरी जी का नाम भी था। उनके अंदर इतनी घोर निराशा है कि सूचि आने के ठीक बाद उन्होंने अपने फेसबुक पेज पर अपनी नाराजगी ज़ाहिर की है। अपने विद्रोही तेवरों संग उन्होंने अपने समर्थकों के साथ कर्णप्रयाग सीट से निर्दलयी प्रत्याशी के रूप में ताल ठोक दी है। वे इस निर्णय से इतने आहत हैं कि पार्टी पर आरोप लगाने से भी नहीं चूके। मैखुरी ने कहा कि पार्टी ने उनके साथ लगातार धोखा किया है। अपने फेसबुक पर अपने मन की पीड़ा को लिखते हुए उन्होंने कहा कि मैंने हमेशा ही पार्टी को अपनी मां समान समझकर ही काम किया लेकिन मेरे साथ अन्याय हुआ है।
बता दें की सन 2017 में भी टीका प्रसाद मैखुरी इस सीट से प्रबल दावेदार थे लेकिन उस समय भी उनकी जगह सुरेंद्र सिंह नेगी को टिकट दे दिया गया इससे आहत हो उस समय भी उन्होंने निर्दलीय चुनाव लड़ने की बात की थी लेकिन उस समय पार्टी ने उन्हें जैसे तैसे आश्वासन देकर संतुष्ट कर दिया था। लेकिन इस बार वो साफ तौर पर कह रहे हैं कि वे अपने समर्थकों के निवेदन पर निर्दलीय ही चुनाव मैदान में आकर जीत दर्ज करेंगे अब देखना यह है कि वो भाजपा का खेल बिगाड़ते हैं या फिर पार्टी उन्हें अपने पक्ष में करने में कामयाब होगी।
वही थराली सीट की बात करें तो यहां से विधायक मुन्नी देवी का टिकट काटकर भूपाल राम टम्टा को प्रत्याशी बनाया गया है जिससे मुन्नी देवी आहत हैं और पार्टी विरोधी तेवर अपनाये हुए है। उन्होंने कहा कि अपने क्षेत्र में लगातार जनहित के कार्य करने के बाद भी मुझे ये इनाम दिया गया। उन्होंने अपने ही भाजपा संगठन पर सवाल उठाते हुए कहा कि ये टीम लगातार कह रही थी कि वर्तमान प्रत्यासी ने 2 करोड़ रूपये की धनराशी देकर अपना टिकट पक्का कर लिया है। उन्होंने सीधे सीधे पार्टी पर टिकट बेचने का आरोप लगते कि आप पैसे देकर टिकट खरीद सकते हैं लेकिन थराली की निष्ठावान जनता का वोट नहीं खरीद सकते। मुन्नी देवी के मुताबिक भाजपा ने कांग्रेस पृष्ठभूमि के व्यक्ति को टिकट देकर अपनी पार्टी के निष्ठावान व ईमानदार कार्यकर्ताओं का अपमान किया है। पार्टी यदि मेरा टिकट काटना ही था तो भाजपा के ही किसी कार्यकर्ता को टिकट दे देते।
उन्होंने कहा कि पार्टी कार्यकर्ता लगातार उनसे निर्दलीय चुनाव लड़ने की बात कर रहे हैं। मुझे मेरे कामों के कारण ही क्षेत्र की जनता का भरपूर समर्थन मिल रहा है इसलिए में उनका सम्मान करते हुए निर्दलीय चुनाव लड़ूंगी।
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