बाल दिवस के सुअवसर पर साहित्यकार रामेश्वरी नादान की पुस्तकों का लोकार्पण
नई दिल्ली : आगामी 14 नवंबर को बाल दिवस के मौके पर युवा साहित्यकार रामेश्वरी नादान की पुस्तकों का लोकार्पण कार्यक्रम डीपीएमआई सभागार, न्यू अशोक नगर, दिल्ली में उत्तराखण्ड लोक भाषा साहित्य मंच एवं रावत डिजिटल के सौजन्य से किया जा रहा है। कार्यक्रम दोपहर 2ः30 बजे से प्रारम्भ होगा।
बता दें कि रामेश्वरी नादान की दो हिन्दी पुस्तकों वक्त कब ठहरा है उपन्यास एवं अक्ल बड़ी या भैंस, बाल कहानी संग्रह का लोकार्पण वरिष्ठ साहित्यकार श्री ललित केशवान की अध्यक्षता एवं वरिष्ठ साहित्यकार श्री घमण्डीलाल, श्री विनय सक्सैना, डाॅ हेमा उनियाल, डाॅ बिनोद बछेती, श्री नरेन्द्र उनियाल, श्री अखिलेश द्विवेदी अकेला एवं श्री दिनेश ध्यानी आदि साहित्यकारों की उपस्थिति में होगा।
कार्यक्रम समन्वयक श्री अनिल पन्त ने बताया कि उत्तराखण्ड मूल की रामेश्वरी नादान की लगभग एक दर्जन से अधिक पुस्तकें प्रकाशित हो चुकी हैं। जिनमें से अधिसंख्य बाल साहित्य है। नादान की बाल मन को टटोलती पुस्तकों को पाठक हाथों हाथ लेते हैं। देश के विभिन्न भागों में उनका बाल साहित्य पहुंच रहा है। खासकर दक्षिण भारत के कई विद्यालयों में उनकी बाल कहानियों को काफी पसंद किया जा रहा है।
उत्तराखण्ड लोक भाषा साहित्य मंच डीपीएमआई सभागार में समय-समय पर पुस्तकों का लोकार्पण एवं साहित्यिक गोष्ठियों को आयोजन करता रहता है।
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