दिल्ली/एनसीआर : स्त्री शक्ति दिल्ली एवं प्रज्ञा आर्ट्स थियेटर ग्रुप दिल्ली के संयुक्त तत्वावधान में "शक्ति रूपेण संस्थिता-स्त्री शक्ति उत्सव" गाजियाबाद के वैशाली में आयोजित किया गया। कार्यक्रम की संयोजिका स्त्री शक्ति एवं प्रज्ञा आर्ट्स थियेटर ग्रुप की संस्थापक लक्ष्मी रावत ने बताया कि पुरुष प्रधान समाज में महिलाओं का अस्तित्व, स्त्री विमर्श व स्त्री लोक और इक्कीसवीं सदी स्त्री की नज़र में विषय पर आमंत्रित वक्ताओं ने अपने विचार व्यक्त किए।
कार्यक्रम में मुख्य अतिथि के रूप में पार्षद मनोज गोयल और पार्षद अनुज त्यागी ने शिरकत की।
लक्ष्मी रावत ने कहा कि बदलते वैश्विक परिवेश में नारी का पूजनीय होने के साथ-साथ शक्ति संपन्न होना भी बेहद जरूरी है। मनोज चंदोला ने कहा कि आधी आबादी के अधिकार और कर्तव्य आज के परिवेश में बढते जा रहे हैं जो कि महिला सशक्तिकरण की दिशा में एक सकारात्मक प्रभाव है।
इस अवसर पर बिमला रावत, मनोज गोयल, राकेश गौड़, लता बावड़ी, मुकेश जौहरी, डाक्टर रामेश्वरी नादान, नूतन पटवाल आदि ने अपने विचार व्यक्त किए।
स्त्री लोक में विजय लक्ष्मी नौटियाल ने कहानी अपनी जुबानी से उपस्थित लोगों को मानो अपने मोहपाश में बांध लिया हो, वही रीना रतूड़ी की कविता ने और मंजू भट्ट के गीत ने भी लोगों को झूमने का अवसर दिया। कार्यक्रम की मेजबानी विजय लक्ष्मी वेदवाल ने की।
इस अवसर पर वरिष्ठ पत्रकार और सोशल एक्टिविस्ट चारु तिवारी, वरिष्ठ पत्रकार एवं साहित्यकार प्रदीप कुमार वेदवाल, जगमोहन रावत, अंजू पुरोहित, बिमला भट्ट, दिशा क्वात्रा, सुषमा रावत, प्रवीन शर्मा, रेखा भाटिया, धीरू बर्थवाल आदि मौजूद थे।
0 टिप्पणियाँ