नई दिल्ली : मंगलवार सुबह आईटीओ दिल्ली में एक रेड लाइन बस में आग लगने से एक बड़ा हादसा होने से टल गया। बस में आग लगने से दरवाजे लॉक हो गए और उसके अंदर दम घोटु धुआं फैलने लगा जिससे बस में बैठी सवारियों की जान आफत में आ गई थी। आस पास मदद के लिए कोई नहीं था ऐसे में वहां से गुजर रहे उत्तराखंड मूल के पूर्व क्रिकेटर इनकम टैक्स इंस्पेक्टर मोहन चतुर्वेदी ने अपनी सूझबूझ, समझदारी और बहादुरी से किसी तरह बस में फंसे यात्रियों को बाहर निकालकर एक बड़ा हादसा होने से टाल दिया।
जानकारी के अनुसार मंगलवार सुबह 8.30 बजे के करीब आईटीओ में डीटीसी की रेड लाइन बस मैं अचानक से तेल रिसने लगा और धुवां निकलने लगा जिससे बस के दरवाजे लॉक हो गए। बस में बैठी सांवरिया बाहर निकलने का असफल प्रयास करने लगे, घुटन भरे धुवें से अपनी जान आफत में देख उनकी चीख पुकार मच गई। वे मदद की गुहार लगाने लगे किंतु सड़क खाली होने की वजह से उस समय आस पास कोई नहीं था। इतने में एक इनकम टैक्स इंस्पेक्टर मोहन चतुर्वेदीअपने ऑफिस के गेट पर पहुंचे तो उन्होंने चीखने चिल्लाने की आवाज सुनी तो बस का मंजर देख वो खुद को रोक नहीं पाए और मदद के लिए दौड़ पड़े। उन्होंने जोखिम उठाकर बस के दरवाजों को हाथों और पांव से मारना शुरू कर दिया उनकी इस कोशिश से बस के दरवाजे खुल गए जिसके बाद उन्होंने बस के यात्रियों को एक-एक कर बाहर निकाला। घुटन और गर्मी की वजह से सवारियों की हालत खराब हो गई थी। वे पसीने से लथपथ थे और उनका दम घुटने को हो रहा था। बस से बाहर निकल उन्होंने चैन की सांस ली और मोहन चतुर्वेदी का ह्रदय से आभार जताया।
पूर्व क्रिकेटर और इनकम टैक्स इंस्पेक्टर मोहन चतुर्वेदी जो कि उत्तराखंड मूल के हैं, ने बताया कि वे रोज की तरह अपने आईटीओ दिल्ली स्थित इनकम टैक्स ऑफिस आ रहा था वहां मैने ऑफिस के प्रवेश गेट के सामने एक डीटीसी बस में पीछे की तरफ ऑयल निकलते और उसमें दम घोटूं धुआं निकलते देखा । बस में करीब 50- 60 यात्री थे। बस के अंदर दम घुटने से लोगों की चीख पुकार मची थी और बस का दरवाजा लॉक हो गया था इस लिए बस के अंदर के लोगों से लाख कोशिश के बाद भी दरवाजा खुल नहीं रहा था। रोड पर एक दो ही लोग थे जो केवल तमाशा देख रहे थे। मैने बिना समय नष्ट किए बस के बाहर से दरवाजे को खोलने/ तोड़ने के लिए अपना पूरा दम लगा दिया। मेरे आराध्य कृष्ण ने इस नेक काम में मुझे शक्ति दी और थोड़े अधिक प्रयास से बस का गेट समय रहते टूट गया। सभी यात्री सुरक्षित बाहर निकल गए। यात्रियों के सकुशल बाहर निकलने के बाद मैं भी चुपचाप वहां से अपने ऑफिस चला गया।
उन्होंने बताया कि जब इस घटना की जानकारी हमारे इनकम टैक्स दिल्ली के हेड मुख्य प्रधान आयकर आयुक्त दिल्ली श्री अशोक पांडे जी को लगी तो उन्होंने मुझे बुलाकर शाबाशी दी और बहुत ही प्रसन्नता व्यक्त की।
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