HALDWANI : पिछले 14 दिन से लापता चल रहे रुद्रपुर डिवीजन में तैनात तराई केंद्रीय वन प्रभाग के रेंजर हरीश चंद्र पांडेय का शव भीमताल झील से बरामद हुआ। वह 29 नवंबर को शाम 7.30 बजे घर से गश्त पर जाने की बात कहकर निकले थे लेकिन वापस नहीं लौटे। उनके परिजनों ने मुखानी थाने में गुमशुदगी की रिपोर्ट दर्ज कराई थी। वह हल्द्वानी ऊंचापुल के रहने वाले थे।
उनके लापता होने के बाद से ही पुलिस, वन विभाग और उनके परिजन सरगरमी से उनकी तलाश में जुटे थे। घर से बाहर जाने से पहले रेंजर अपने मोबाइल को घर के बाहर खड़ी कार में ही छोड़ गए थे।
भीमताल थानाध्यक्ष वीरेंद्र सिंह बिष्ट के अनुसार सुबह उन्हें सूचना मिली कि झील में एक शव दिखाई दे रहा है। सूचना पर उन्होंने तुरंत पुलिस टीम को मौके पर भेजा। पुलिस ने शव को बाहर निकाला। शव के कपड़ों में मिले पर्स, फोटो व अन्य दस्तावेजों से उसकी पहचान रेंजर पांडेय के रूप में हुई। पुलिस ने बताया कि शव काफी गल चुका था। इसकी सूचना रेंजर के परिवार को दे दी गई है और शव को पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया गया।
बताया जा रहा है कि रेंजर विभागीय काम से काफी तनाव में चल रहे थे। वहीं, गुमशुदगी मामले की जांच कर रहे मुखानी थानाध्यक्ष प्रमोद पाठक ने बताया कि इस मामले में वन कर्मियों से पूछताछ करने पर पता चला कि भाखड़ा रेंज में कुछ समय पहले सागौन के 12 पेड़ काटे गए थे, जिसकी अधिकारियों ने जांच शुरू करा दी थी, तभी से रेंजर पांडेय तनाव में थे। ऐसे में इस घटना को आत्महत्या से जोड़कर देखा जा रहा है।
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