-->
 दिल्ली के सागरपुर से लापता उत्तराखंड के शिवम का 2 साल बाद भी कोई सुराग नहीं परिवार ने पुलिस पर लगाया जांच में ढिलाई का आरोप

दिल्ली के सागरपुर से लापता उत्तराखंड के शिवम का 2 साल बाद भी कोई सुराग नहीं परिवार ने पुलिस पर लगाया जांच में ढिलाई का आरोप

गुमशुदा की तलाश


There is no trace of Shivam missing from Sagarpur, Delhi दिल्ली के सागरपुर से उत्तराखंड मूल के शिवम झिंक्वाण उम्र 20 साल पिछले 2 साल से लापता है। परिवार द्वारा इस बावत पुलिस कंप्लेंट भी दी गई, लेकिन अभी तक उनका कोई सुराग नहीं मिल पाया है। पुलिस से निराश परिवार की अपने बेटे को ढूंढने की कोशिश अभी भी जारी है। 

शिवम के पिता प्रकाश सिंह झिंक्वाण का कहना है कि मैं मूलतः उत्तराखंड के ग्राम- चमनाव पोस्ट-चमोली जिला चमोली ग़ढवाल का रहने वाला हूं और हाल में दिल्ली के सागरपुर में रहता हूँ। 6 मई 2022 की सुबह मेरा बेटा मॉर्निंग वाक के लिए निकला था लेकिन शाम तक घर नहीं आया तो हमने उसकी काफी खोज खबर की लेकिन उसके बारे में कुछ पता नहीं चला तो हमने उसकी गुशुदगी की रिपोर्ट सागरपुर थाने में दर्ज करवाई जिसकी FIR No 0241 दिनांक 6-5-22 है। रिपोर्ट दर्ज करने के बाद पुलिस ने हमें आश्वस्त किया कि हम जल्द ही आपके पुत्र को खोज निकालेंगे। किन्तु पुलिस ने इस मामले को गंभीरता से नहीं लिया और मेरे पुत्र की खोज खबर करने में आज तक लापरवाही बरते हुए है। पुत्र के विच्छोह में मेरी पत्नी जिंदा लाश बनी और परिवार में मातम का माहौल बना हुआ है। 

प्रकाश जी का कहना हैं कि पुत्र की खोज में मैं काफी टूट चुका हूं और पुलिस से विश्वास उठ गया है इसलिए अब समाज से ही आस लगाए बैठा हूँ। वैसे तो उत्तराखंड आवाज मंच के नरेंद्र गुसाईं भाई जी हमारी हर तरह से मदद कर रहे हैं किन्तु आप सभी से मेरी हाथ जोड़कर विनती है कि सोशल मीडिया के जरिये या फिर किसी अन्य तरीके से आप मेरे पुत्र को ठूँढने में हमारी मदद करें। यदि आपको मेरे पुत्र के विषय में कोई जानकारी मिले तो कृपया इन नंबरों 9582261981, 9818140010, 9582995815  पर सूचित करें। जानकारी देने वाले को उचित इनाम दिया जायेगा। 



                                  

                                                       




0 Response to " दिल्ली के सागरपुर से लापता उत्तराखंड के शिवम का 2 साल बाद भी कोई सुराग नहीं परिवार ने पुलिस पर लगाया जांच में ढिलाई का आरोप "

एक टिप्पणी भेजें

Ads on article

advertising articles 2