नै दिल्लीः 17 अगस्त, 2023 खुणि गढ़वाळि अर हिन्दी का वरिष्ठ साहित्यकार श्री ललित केशवान जी का 85वां पिचासिवां जलमबार परैं वों तैं गांधी शान्ति प्रतिष्ठान म उत्तराखण्ड लोक-भाषा साहित्य मंच, दिल्ली द्वारा गढ़ साहित्य आजनम सेवा सम्मान-2023 प्रदान करेगे जै म 51000/- इक्यावन हजार रूपया, अंग वस्त्र, मानपत्र, स्मृति चिन्ह आदि से श्री केशवान जी तैं सम्मानित करेगे। खचाखच भ्वर्यों सभागार म दिल्ली एनसीआर का कै साहित्यकार, पत्रकार, समाजसेवी अर अन्य गण्यमान्य लोग अर श्री ललित केशवान जी का परिजन काफी संख्या म उपस्थित छया। वरिष्ठ रंगकर्मी, कवि श्री दर्शन सिंह रावत न श्री ललित केशवान जी कु विस्तृत जीवन परिचय पैढिकि सुणै। आदरणीय श्री ललित केशवान जी कु जन्म 17/8/1939 को गांव सिरोली, इडवालस्यू, पौड़ी गढ़वाल,उत्तराखंड म ह्वै। ।वोंकी हिंदी और गढ़वाली म प्रकाशित पुस्तकों म मुख्य छन :-
(१) खिल्दा फूल हंसदा पात हास्य (गढ़वाली कविता संग्रह)।
(२) हरि हिंडवाण:ऐतिहासिक नाटक गढ़वाली तथा हिंदी में
(३) दिख्यां दिन तप्यां घाम ( गढ़वाली कविता संग्रह)
(४)सब मिलिक रौला हम(बाल कविता संग्रह गढ़वाली)
(५)दीवा ह्वेजा दैणी (खंड काव्य)
(६) जै बदरी नारैण (पांच गढ़वाली एकांकी नाटक)
(७) जागा है मेरा देश(कविता संग्रह हिंदी)
(८) सबको गले लगाते फूल (बाल कविता संग्रह)
(९) छोटी सी तो गुड़िया थी(बाल कविता संग्रह हिंदी)
(१०)अंधेरों के साए में( उपन्यास हिंदी)
(११) बाल कहानी संग्रह (हिंदी)
(१२) बाल कविता संग्रह (हिंदी)
(१३)हाथी दादा की चौपाल (हास्य बाल कहानियां, हिंदी)
(१४)हमारी एकता जिंदाबाद( हिंदी)
(15) खेल खतम, गढ़वाली उपन्यास।
श्री ललित केशवान जी ला कविता,कहानी लेखन क साथ ही अभिनय क क्षेत्र म भी कार्य कैरी गढ़वाली फिल्म "धै" म आपकी भूमिका खूब सराहना ह्वै। वन ता आपन साहित्य कि हर विधा म लेखन कर्यों चा पण हरिहिंदवाण नाटक भौत बढ़िया कृतियों मदे चा। हिंदी व गढ़वाली म बाल साहित्य म व हास्य म भौत बढ़िया साहित्य केशवान जी न हमतैं दियों चा। आज भी लगातार आप साहित्य सृजन कना छावा।
श्री ललित केशवान जी तैं बगत-बगत परैं साहित्य सेवा खातिर कै सम्मान अर पुरस्कार बि मिलनी जौं मद्दे खास छन, 1. गढवाली साहित्य परिषद कानपुर द्वारा पं. आदित्यराम नवानी साहित्य सम्मान- 1984, 2. हिन्दी अकादमी सबको गले लगाते हिन्दी बाल कविता संग्रह पर सम्मान- 1987, 3. गढवाली ऐतिहासिक नाटक हरि हिण्डवाण के लिए उत्तर प्रदेश हिन्दी संस्थान द्वारा डॉ. पीताम्बर दत्त बड़थ्वाल अनुशंसा पुरस्कार 1989, 4. उत्तराखण्ड विचार मंच मुम्बई द्वारा श्री अर्जुनसिंह गुसांई स्मृति साहित्य सम्मान - 2010, 5. अखिल भारतीय उत्तराखण्ड महासभा द्वारा उत्तराखण्ड गौरव सम्मान7 2011, 6. म्यर पहाड़ संस्था द्वारा सम्मान- 2011, 7. अखिल गढ़वाल सभा देहरादून द्वारा गढविभूति सम्मान - 2011, 8. उत्तराखण्ड लोकभाषा साहित्य मंच द्वारा महाकवि कन्हैयालाल डंडरियाल साहित्य सम्मान- 2012, 9. महेश्वरी देवी कुलानन्द बुड़ाकोटी स्मृति न्यास द्वारा महेश्वरी देवी कुलानन्द बुड़ाकोटी स्मृति सािहत्य सम्मान - 2015१०. गढ़वाल अध्यनन प्रतिष्ठान द्वारा साहित्य सिरोमणि सम्मान- 2023 व बड्थ्वाल कुटुंब द्वारा डॉ पीताम्बर दत्त बड्थ्वाल साहित्य सम्मान- 2023 अर आज उत्तराखण्ड लोक-भाषा साहित्य मंच, दिल्ली द्वारा गढ़ साहित्य आजनम सेवा सम्मान- 2023.
उत्तराखण्ड लोक-भाषा साहित्य मंच, दिल्ली का संयोजक श्री दिनेश ध्यानी ल बोलि कि श्री ललित केशवान जी हमरा सिरमौर साहित्यकार छन। वों कि छत्रछाया म दिल्ली एनसीआर म द्वी पीढ़ि का लेखक, साहित्यकार लगातार साहित्य सृजन करणां छन। उत्तराखण्ड लोक-भाषा साहित्य मंच यद्यपि महाकवि कन्हैयालाल डंडरियाल साहित्य सम्मान साल 2012 बिटिन लगातार साहित्य का क्षेत्र म काम करण वळा विभूतियांे तैं प्रदान कर्दा आणों चा। लेकिन ये साल बिटिन मंच द्वारा गढ़ साहित्य आजनम सेवा सम्मान वों साहित्यकारों तैं प्रदान करे जाण जौं कि उम्र पिचासी साल हो अर वो विगत दस साल बिटिन उत्तराखण्ड लोक-भाषा साहित्य मंचा दगड़ि सक्रिय रूप से जुड्यों रै होला। श्री ध्यानी ल बोलि कि हम तैं अपणां सिरमौर साहित्यकारों तैं वों का छैंद वो सम्मान दियों चैंद जैका वो हकदार छन। इलै श्री ललित केशवान जी का जलमबार परैं य पहल हुयीं चा अर उम्मीद कर्दां कि औण वळु समय म य परम्परा जारी रालि। श्री दिनेश ध्यानी न जनमानस तैं बतै कि हमुन सन् 2012 बिटिन उत्तराखण्ड लोक-भाषा साहित्य मंच कु गठन कैरि ता वैका बाद दिल्ली,एनसीआर म लगातार भाषाई सरोकारों परैं बात हूणी चा। अर श्री अनूप सिंह रावत का रावत डिजिटल प्रकाशन बि हमरि एक बड़ी उपलब्घि चा। श्री अनूप सिंह रावत न पिछला साल श्री ललित केशवान जी कु गढ़वाळि उपन्यास खेल खतम अपणां प्रकाशन का माध्यम से निःशुल्क प्रकाशित कैरि ता यना प्रयास बि औण वळा समय खुणि शुभ छन। असम ल म य बात इलै बताणा कि हमरू भाषाई आन्दोलन की सफलता चा कि हमरा युवा प्रकाशन का क्षेत्र म बि अगनै औणा छन।
सुप्रसद्धि उद्यमी अर उत्तराखण्ड लोक-भाषा साहित्य मंच का संरक्षक डॉ विनोद बछेती न बोलि कि श्री ललित केशवान जी तैं गढ़ साहित्य आजनम सेवा सम्मान-2023 प्रदान करण से कि मंच की भी गरिमा अर सम्मान बढिगे। हम मंच की नै पहल कु सहर्ष स्वागत कर्दां अर उम्मीद कर्दां कि हमरा समाज का प्रतिनिधि लोग अर बुद्धिजीवी वर्ग बि अपणि भाषा, साहित्य का प्रति अब एकजुट होलु। डॉ बछेती न बोलि कि गढ़वाळि अर कुमाउनी भाषाओं तैं संविधानै आठवीं अनुसूची म शामिल कना खातिर अब हम सबुतैं एकजुट होण पोड़लु। जब हमरि भाषा संविधानै आठवीं अनुसूची म शामिल होलि तभी भाषा कु संरक्षण बि होलु अर नै पीढ़ि रोजगार का खातिर ता कम से कम अपणि भाषा का तरपां खैचेलि। डॉ बछेती न बोलि कि सन् 2012 बिटिन मंच की यात्रा का सूत्रधार श्री दिनेश ध्यानी, श्री जयपाल सिंह रावत, श्री अनिल पन्त अर तमाम साहितयकार जु ये आन्दोलन से जुड्यां छन वों कि मेहनत को सुफल चा कि दिल्ली, एनसीआर का भाषा आन्दोलन की बात हर जगा हूणीं चा। लगातार अपणां मिशन म तत्पर अर अग्रसर हमरा यि साहित्यकार, भाषा प्रेमी बधाई का पात्र छन। जख तक श्री ललित केशवान जी कि बात चा त केशवान जी तैं देखिकि हम लोगों तैं बि भौत सांसु मिलदा अर केशवान जी यीं उम्र म बि लगातार लेखन कनां छन ता नै पीढितैं सिखण चैंद कि साहित्य साधना अनवरत अर ईमानदारी से होलि ता तभी क्वी ललित केशवान बणि सकदा।
वरिष्ठ कवि अर उत्तराखण्ड लोक-भाषा साहित्य मंच का सह संयोजक श्री जयपाल सिंह रावत न बोलि कि श्री ललित केशवान जी अर गोलाकवासी महाकवि कन्हैयाला डंडरियाल जी, अबोधबंधु बहुगुणा जी व प्रेमलाल भट्ट जी का सान्निध्य म हम जनां कै लोगों न मंच साझा करीन। यों साहित्यकारों न अपणि साहित्य साधना से नै-नै कीर्तिमान स्थापित करीन। अमणि श्री ललित केशवान जी तैं यु सम्मान यीं बात कु प्रमाण चा कि अमण्या पीढ़ि अपणां सिरमौर साहित्यकारों कु सम्मान बि करण जणदा अर वों कु भगीरथ प्रयास तैं बि समझद। श्री रावत न बोलि कि पिछला कुछ वर्षों बिटिन य बात हम द्यखणा छंवा कि दिल्ली एनसीआर म साहित्यकार अर मंच से जुड्या तमाम लोग अगनै बढिकि मंच तैं सहयोग करणां छन। अर तभी मंच दिल्ली एनसीआर से लेकि उत्तराखण्ड का पाबौ, पोखड़ा, कोटद्वार, देहरादून, गोपेश्वर अर तमाम जगौं म भाषा आन्दोलन का माध्यम से पौंछणौं चा। हमतैं उम्मीद चा कि औण वळु समय म हमरि भाषाओं तैं उचित सम्मान व आठवीं अनुसूची म जगा मीललि।
उत्तराखण्ड राज्य आन्दोलनकारी व उत्तराखण्ड प्रदेश कांग्रेस का उपाध्यक्ष श्री धीरेन्द्र प्रताप न बोलि कि उत्तराखण्ड लोक-भाषा साहित्य मंच कि य पहल भौत अनुकरणीय चा। वों न बोलि कि मंच का संयोजक श्री दिनेश ध्यानी विशेषकर बधै का पात्र छन जो लगातार अपणा भाषाई सरोकारोंका प्रति सजग छन अर यना एतिहासिक आयोजन कना छन। श्री प्रताप न बोलि कि ये मौका परैं मि भारत सरकार से मांग करदु कि श्री ललिक केशवान तैं भाषा साहित्य का क्षेत्र म उत्कृष्ट काम करणां खातिर पद्मश्री सम्मान से सम्मानित कार। श्री धीरेन्द्र प्रताप न समाज कु आवाह्न कैरि कि अचकाल पद्म सम्मानों का खातिर नोमिनेट कना कि पहल हुणी छन ता हम सबुतैं श्री ललिक केशवान जी तैं पद्मश्री सम्मान दिलौणा खातिर प्रयास करण चंदन।
ये मौका परैं मंचासीन मैमानांे म बिटिन वरिष्ठ साहित्यकार श्री गिरीश बिष्ट हंसमुख, वरिष्ठ साहित्यकार श्री रमेश चन्द्र घिल्डियाल, सुप्रसिद्ध लेखिका डॉ हेमा उनियाल, सुप्रसिद्ध योगाचार्य श्री रमेश चन्द्र कांडपाल व वरिष्ठ पत्रकार श्री चारू तिवारी, सुप्रसिद्ध संगीतकार श्री राजेन्द्र चौहान, सुप्रसिद्ध समाजसेवी अर माता पार्वती देवी चैरिटेबिल न्यास का अध्यक्ष श्री महावीर सिंह राणा, देहरादून बिटिन अंया वरिष्ठ साहित्यकार श्री शान्ति प्रकाश जिज्ञासु आदि मैमानों ला बि अपणि बात राखि अर सब्यों न बोलि कि श्री ललित केशवान जी तैं उत्तराखण्ड लोक-भाषा साहित्य मंच द्वारा गढ़ साहित्य आजनम सेवा सम्मान-2023 से नवाजे गे ज्व भौत बढिया बात चा अर 51000/-इक्यावन हजार कि सम्मान राशि संस्थागत पैलु प्रयास चा जैकि सराहना करे जाण चैंद। उम्मीद चा कि हमरू समाज अपणां साहित्यकारों का प्रति, अपणि भाषा का प्रति हौरि सजग होलु अर अगनै हौरि साहित्यकारों तैं बि बड़ा-बड़ा सम्मान मीलला। श्री ललित केशवान जी का सौम्य व्यक्तित्व अर साहित्य का प्रति यीं उम्र म बि वोंकु समर्पण भाव अनुकरणीय चा। सब्बि मैमनो ला यीं बात कु पुरजौर समर्थन कैरि कि गढ़वाळि अर कुमाउनी भाषाओं तैं संविधानै आठवीं अनुसूची म शामिल हूण चैंद। जब हमरि भाषा संविधानै आठवीं अनुसूची म शामिल होलि तभी यि भाषा रोजगार परक बणलि अर समाज बि तभी अपणि भाषाओं कु महत्व समझलु अर यों भाषाओं कु संरक्षण बि तभी होण।
ये मौका परैं कै साहित्यकारों न श्री ललित केशवान जी कि कविताओं कु पाठ कैरि अर श्री रमेश चन्द्र घिल्डियाल समेत कै लोगों न अपणां संस्मरण बि साझा करीन। श्री ललित केशवान जी तैं जलमबार व गढ़ साहित्य आजनम सेवा सम्मान का वास्ता वरिष्ठ साहित्यकार श्री नेत्र सिह असवाल, श्री पायश पोखड़ा, देहरादून बिटिन वरिष्ठ भाषाविद् साहित्यकार श्री रमाकांत बेंजवाल, श्रीमती बीना बेंजवाल, श्री मदन मोहन डुकलाण, इंजीनियर श्री गणेश चन्द्रा अर श्री आशीष सुन्दरियाल कु शुभकामना सन्देश सुणयेगेन।
ये मौका परैं उपस्थित मुख्य लोगों म बिटिन समाज का सुख- दुख म हमेशा साथ देण वळा मनीषी अर साहित्य व साहित्यकारों का प्रति जौं का मन म विशेष अनुराग चा श्री महेश चन्द्रा, साहित्यकार श्री जयपाल सिंह रावत छिप्वडु दा, श्री जगमोहन सिंह रावत जगमोरा, श्री दर्शन सिंह रावत, श्री जयपाल सिंह रावत, श्री अनिल कुमार पन्त, श्री प्रतिबिम्ब बड्थ्वाल, श्री सुशील बुड़ाकोटी, श्री बृजमोहन वेदवाल, श्री जगदीश ढौंडियाल, भुम्याळ विकास मंच का अध्यक्ष श्री दयाल सिंह नेगी, श्री उमेश चन्द्र बन्दूणी, श्री चन्दन प्रेमी, श्री जबर सिंह कैंतुरा, श्री प्रदीप रावत खुदेड़, डॉ सतीश कालेश्वरी, श्रीमती कुसुम बिष्ट, दि हाई हिलर्स का श्री कृपाल सिंह रावत, श्री सुरेश नौटियाल, श्री हरि सेमवाल, श्री दिनेश बिजल्वाण, श्री सुनील नेगी, श्री गिरधारी रावत, श्री दीनदयाल बन्दूणी, श्री सुरेशानन्द बसलियाल, श्रीमती प्रेमा धोनी, श्रीमती निर्मला नेगी, डॉ कुसुम भट्ट, श्री ओम प्रकाश मैठाणी, श्री मुकेश सुन्द्रियाल, श्री जबर सिंह कैंतुरा श्री रमेश हितैषी, श्री प्रदीप वेदवाल, श्री ओम प्रकाश आर्य, श्री रमेश सोनी, श्री भाष्करानन्द कुकरेती, श्री वीरेन्द्र जुयाल उप्रि, श्री द्वारिका प्रसाद चमोली, श्री दीवान सिंह नेगी, श्री युगराज सिंह, श्री गोविन्द राम साथी, श्रीमती मीना कांडपाल, श्री रेमश चन्द्र, श्री उदयराम मंमगांई राठी, श्री नीरज बवाडी, श्री कल्याण सिंह रावत, श्री वीरेन्द्र सिंह रावत, श्री राकेश धस्माणा अर यां का अलाव पहाड़ी फ्रेश फूड चेन का संयोजक श्री मुरलीधर ढौंडियाल, श्री जितेन्द्र रावत व श्री ललित केशवान जी का परिजन वोंकि धर्मपत्नी श्रीमती प्रेमलता केशवान, श्री बृजमोहन केशवान, श्री पंकज केशवान अर वोंका सब्बि परिजनों समेत कै गण्यमान्य लोग उपस्थित छाया।
अन्त म वरिष्ठ साहित्यकार अर गढ़वाळि भाषा का पजलकार श्री जगमोहन सिह रावत जगमोरा न धन्यवाद कैरि । कार्यक्रम कु संचालन उत्तराखण्ड लोक-भाषा साहित्य मंच का संयोजक श्री दिनेश ध्यानी ल कैरि।
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