Surya Grahan 2022 : दीवाली और गोवर्धन पूजा के बीच में पूरे 27 साल के बाद सूर्य ग्रहण लग रहा है। यह इस साल का आखिरी सूर्य ग्रहण होगा। इसकी वजह से गोवेर्धन पूजा और भैया दूज एक दिन बाद मनाये जायेंगे। शास्त्रों के अनुसार 25 दिसंबर को लगने वाला सूर्य ग्रहण शाम 4.26 मिनट से 5.32 मिनट तक रहेगा। इसका प्रभाव विश्व के कई देशों पर देखने को मिलेगा। यह भारत में दिल्ली, उत्तराखंड सहित कुछ राज्यों में भी दिखाई देगा। सूर्य ग्रहण से 12 घंटे पहले सूतक लग गया है। इस दौरान कोई भी शुभ कार्य नहीं होगा और मंदिरों के कपाट बंद रहेंगे। धार्मिक नजरिये से ग्रहण को अशुभ माना गया है ऐसे में गोवर्धन पूजा एक दिन आगे खिसक गई है। गोवेर्धन पूजा अब 26 तारीख को और भैया दूज 27 तारीख को मनाया जायेगा।
उत्तराखंड में चारों धामों सहित सभी मंदिर रहेंगे बंद
25 तारीख को ग्रहण के दौरान उत्तराखंड के बद्रीनाथ, केदारनाथ, गंगोत्री और यमनोत्री चारों धामों सहित सभी मंदिर बंद कर दिए गए हैं। शाम को ग्रहण काल समाप्त होने के बाद मंदिरों की साफ सफाई की जाएगी और गंगा जल छिड़कर शुद्ध किया जायेगा उसके बाद पूजा अर्जना होगी। इस दौरान श्रद्धालुओं को दर्शनों की अनुमति नहीं होगी। सूतक लगने के कारण आज सुबह 3.30 बजे से ही सभी धामों के दरवाजे बंद कर दिए गए हैं।
ऐसे बचे ग्रहण के दुष्प्रभाव से
शास्त्रों के अनुसार सूतक काल में जितना मुमकिन हो योग और ध्यान करें। ऐसा करने से आपकी मानसिक शक्ति का विकास होगा। ऐसा करने से आप ग्रहण के दुष्प्रभाव से खुद को बचा सकेंगे। अगर संभव हो तो इस दौरान खाना न बनाएं और बना लिया है तो उसमें तुलसी के पत्ते डालकर रखें। सूतक काल में जितना हो सके उतना कम बालें और भगवान का स्मरण करें। सोने से बचें, काम क्रोध जैसे नकारात्मक विचारों को मन में न आने दें।गर्भवती महिलाएं विशेष सावधानी बरतें। इस दौरान आप सूर्य मंत्रों का जाप भी कर सकते हैं।
सूर्य ग्रहण समाप्त होने के बाद स्नान करने के बाद अपने घर और मंदिर को अच्छी तरह साफ करें। गंगा जल छिटकर घर को शुद्ध करें और फिर पूजा अर्चना करने के बाद ही कुछ खाएं पियें।
0 टिप्पणियाँ