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दिल्ली एनसीआर में होने वाले महाकौथिक की कार्यकारिणी का हुआ गठन-इस बार 10 दिनों तक चलेगा कौथिक



दिल्ली एनसीआर में होने वाले महाकौथिक की कार्यकारिणी का हुआ गठन-इस बार 10 दिनों तक चलेगा कौथिक

इंदिरापुरम: कल पाम बैंक्वेट वन स्क्वायर कॉम्प्लेक्स इंदिरापुरम मे महाकौथिग के मुख्य संयोजक राजेन्द्र चौहान व कल्पना चौहान की अध्यक्षता मे दिसंबर 17 से 26 दिसंबर 2021 तक होने वाले 11 वें महाकौथिक कार्यक्रम हेतु बैठक का आयोजन किया गया जिसमें सर्वसम्मति से नई कार्यकारणी का गठन हुआ व कार्यक्रम की रूपरेखा पर चर्चा की गई।

पिछले कई वर्षों से इंदिरापुरम में होने वाला उत्तराखंडी कौथिक दिल्ली एनसीईएआर में उत्तराखंड की संस्कृति कला और वहां के खानपान को बढ़ावा देने के लिए जाना जाता है। उत्तराखंड संगीत जगत के प्रसिद्ध संगीतकार राजेंद्र चौहान और गायिका कल्पना चौहान ने इसकी शुरुआत नोएडा से की थी जो प्रतिवर्ष लोगों के आकर्षण का केंद्र बना हुआ है। प्रवास में रहने वाले उत्तराखंडी इस कौथिक के माध्यम से खुद को अपनी जन्मभूमि के साथ जुड़ा हुआ महसूस करते हैं क्योंकि यहां पर मनोरंजन के अलावा उत्तराखंडी सभ्यता का भव्य दर्शन लोगों को देखने को मिलता है यही नहीं इसके माध्यम से उत्तराखंड के शिल्पकारों को भी एक मार्केट मिल रहा है जिससे उनकी आर्थिक स्थिति भी बेहतर होती है। पिछले वर्ष कॉविड की वजह से कौथिक को करना संभव नहीं था पर लोगों के आग्रह पर इस वर्ष इसे फिर से करने का निर्णय लिया गया और इसके संचालन के लिए कल नई कार्यकारिणी के गठन से शुभारंभ हुआ।

कार्यकारिणी के मनोनीत सदस्य

समाज के सभी गणमान्य लोगों की उपस्थिति में महाकौथिक के लिए जिस कार्यकारिणी का गठन हुआ उसमे अध्यक्ष नरेंद्र बिष्ट, संयोजिका इंदिरा चौधरी, उपाध्यक्ष महेश नेगी, महासचिव सौरभ धस्माना, कोषाध्यक्ष लक्ष्मण बोरा, वरिष्ठ सलाहकार राजेन्द्र रावत, मीडिया प्रभारी रजनी ढ़ोडियाल जोशी,  सांस्कृतिक सचिव सीमा पंवार,

संरक्षक मंडल श्री केवल लखेड़ा, श्री आनंद रौथाण ।

इस अवसर पर उत्तराखण्ड भ्रातृ समिति प्रताप विहार, कुमाऊँ महापरिषद गाज़ियाबाद, आदि अन्य संस्थाओं के गणमान्य व्यक्ति उपस्थित रहे।

महाकौथिक  के संयोजक राजेन्द्र चौहान जी ने सभा को संबोधित करते हुए कहा कि विगत वर्षों की भांति इस वर्ष महाकौथिक का आयोजन 10 दिन का किया जाएगा व इसमें तन,मन,धन,से सभी की सहभागिता द्वारा ही हम अपने इस कार्यक्रम को सफल बना पाएंगे।

पूरे कार्यक्रम मे  कोरोना की गाइड लाइन का पूर्णतया पालन किया गया जिसमें सीमित संख्या मे लोग सम्मलित हुए।

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