कर्णप्रयाग : चमोली जनपद के गैरसैंण विकास खंड के आदर्श ग्राम सारकोट की 21 वर्षीय प्रियंका नेगी सबसे कम उम्र की प्रधान बनी। प्रियंका ने राजनीतिशास्त्र से ग्रेजुएट किया है। उनके पिता राजेन्द्र नेगी इससे पूर्व 2 बार ग्राम सभा सारकोट के प्रधान रह चुके हैं। सारकोट गांव को मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने गोद लिया हुआ है। मंडल घाटी में सबसे कम उम्र के प्रधान टॉस से बने। दशौली के बणद्वारा के 23 साल के नितिन प्रधान बने। प्रतिद्धंदी रविन्द्र और नितिन को 138-138 वोट मिले, जिसके बाद टॉस से हुआ निर्णय।
वहीं पौड़ी जिले के पाबौ/कुई गांव की 22 वर्षीय साक्षी प्रधान चुनी गई। साक्षी देहरादून से बीटेक करके अपने गांव लौटी। जहां उन्होंने क्षेत्र का विकास करने की ठानी। इसके बाद उन्होंने ग्राम प्रधान के पद की दावेदारी की और आज साक्षी कुई गांव की प्रधान चुनी गई है। साक्षी ने कहा कि अपने बीटेक के अनुभव को वे गांव के विकास में लगाएंगी।
अल्मोड़ा के चौखुटिया ब्लॉक में 21 वर्षीय निकिता ने कोट्यूड़ा ताल सीट से क्षेत्र पंचायत सदस्य (बीडीसी) का चुनाव जीतकर इतिहास रचा है। सबसे कम उम्र की स्नातक छात्रा होने के साथ उन्होंने अपनी प्रतिद्वंद्वी निशा को 41 मतों से हराया। निकिता ग्रामीण महिलाओं शिक्षा और स्वास्थ्य के मुद्दों पर जागरूकता लाने के लिए उत्सुक हैं। उनकी जीत ग्रामीण लड़कियों के लिए प्रेरणा का स्रोत है।
प्रत्येक ब्लॉक के प्रधानों की सूची
1. कर्णप्रयाग
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