नई दिल्ली : शुक्रवार 23 फरवरी 2024 को कांस्टीट्यूशन क्लब के डिप्टी स्पीकर हॉल में अमर संदेश समाचार पत्र द्वारा सिलक्यारा टनल के सफल ऑपरेशन पर विचार गोष्ठी व सम्मान समारोह का आयोजन किया गया। जिसमें मुख्य अतिथि के रूप में डा. अशोक ठाकुर निदेशक नैफेड भारत सरकार, अजय बिष्ट अध्यक्ष गढ़वाल हितैषिणी सभा, डॉ आशुतोष पंत निदेशक इंडियन ऑयल कॉरपोरेशन लिमिटेड, महेश चंद्रा पूर्व महानिदेशक भारत सरकार, मदन मोहन सती मीडिया कोऑर्डिनेटर सीएम उत्तराखंड, मुकेश कौशिक दैनिक भास्कर, प्रेम शुक्ला राष्ट्रीय प्रवक्ता भाजपा, वरिष्ठ पत्रकार सी एन पपनै मौजूद रहे।
कार्यक्रम का शुभारंभ मुख्य अतिथियों और आयोजक निम्मी ठाकुर और अमर चंद द्वारा द्वीप प्रज्वलित और सुमित्रा किशोर द्वारा गणेश वंदना के साथ किया गया। उसके बाद सभी वक्ताओं ने सिलक्यारा टनल के सफल आयोजन पर अपने विचार रखे। सभी वक्ताओं ने इस ऑपरेशन में प्रधानमंत्री मोदी और मुख्यमंत्री के नेतृत्व और कार्यशैली की तारीफ की।
वरिष्ठ पत्रकार सी एन पपनै ने कहा कि आपदा कभी भी कहीं भी आ सकती है। उत्तराखंड की भौगोलिक स्थिति अन्य राज्यों से अलग है यहां के पहाड़ों को कच्चा माना जाता है। इस वजह से आपदा में पहाड़ों को मशीनों से काटना कठिन होता है क्योंकि इससे जान माल जाने का खतरा बना रहता है यही कारण है कि सिलक्यांरा टनल में फंसे लोगों को बचाने में समय लगा। उन्होंने उत्तराखंड के भूवैज्ञानिक वल्दिया का हवाला देकर कहा कि बेशक समय मशीनी युग का है लेकिन हमें अपने पारम्परिक तकनीकों को नहीं भूलना चाहिए।
प्रेम शुक्ला राष्ट्रीय प्रवक्ता भाजपा ने अपने वक्तव्य में कहा कि सिलक्यांरा टनल की सफलता में प्रधानमंत्री मोदी और मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी के नेतृत्व कुशलता के साथ साथ उन कर्मवीरों का सब्र और साहस भी रहा जो टनल में फंसे थे।
गढ़वाल हितैषिणी सभा के पूर्व महामंत्री प्रवक्ता पवन मैठाणी ने कहा कि सिलक्यांरा टनल में फंसे कर्मवीरों को बाहर निकालने के लिए जब मशीने फेल हो गई तब दैवीय शक्ति काम आई जिससे ये तो स्पष्ट हो गया कि उत्तराखंड को यूं ही देवलोक नहीं कहा जाता है। साथ ही उन्होंने उत्तराखंड के मजदूर गब्बर सिंह का जिक्र किया जिन्होंने उन लम्हों में टनल के अंदर अपने साथ फंसे सभी मजदूरों को मोटीवेट किया जिसके परिणाम स्वरुप वे उन मुश्किल हालातों में खुद को संभाल सके।
अशोक ठाकुर निदेशक नैफेड भारत सरकार ने अपने विचार रखते हुए इस विषय पर गोष्ठी करने के लिए अमर संदेश समाचार पत्र के अमर चंद और निम्मी ठाकुर की तारीफ करते हुए कहा कि जिस विषय को कोई छूने की हिम्मत नहीं करता उसपर गोष्ठी करना आपकी दृढ़ता को दर्शाता है। आपने टनल में फंसे श्रमिकों और उनको निकालने में लगी तमाम एजेंसियों के कर्मियों को याद किया इसके लिए आपको साधुवाद। उन्होंने कहा कि हमें हिमालयी प्रदेशों में विकास के साथ साथ विनास भी न हो ऐसे प्रयासों पर जोर देना होगा। उन्होंने कहा कि इस कार्य में लगे सभी विभागों के कर्मचारियों और प्रधानमंत्री मोदी, सीएम धामी के बीच बने सामजस्य के परिणाम स्वरुप यह सफलता प्राप्त हुई।
वहीं डॉ आशुतोष पंत निदेशक इंडियन ऑयल कॉरपोरेशन लिमिटेड जो कि राजस्थान से पहुंचे थे ने कहा कि सिलक्यांरा टनल में एक बात जो देखने को मिली वो थी विश्वास। मोदी सरकार ने राज्य की धामी सरकार को तो धामी जी ने टनल में जाकर श्रमिकों में विश्वास जगाया जिसके दम पर वे मौत से जूझते रहे। इसके अलावा काम के प्रति समर्पण भाव ने भी इस कार्य को सफल बनाने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई।
जौनसारी भाषा के प्रसिद्ध गायक दुली चंद और राम कुमार तोमर ने अपनी सुंदर प्रस्तुति से सबके अंदर जोश भरने का काम किया।
इसके अलावा अन्य वक्ताओं में अजय बिष्ट अध्यक्ष गढ़वाल हितैषिणी सभा, मुकेश कौशिक दैनिक भास्कर, मदन मोहन सती मीडिया कोऑर्डिनेटर सीएम उत्तराखंड , उत्तराखंड में स्वरोजगार क्रांति लाने वाले गोपाल उप्रेती, दिल्ली भाजपा मयूरविहार मंडल की महिला अध्यक्ष बबली ममगाईं, त्रिलोकपुरी भाजपा के पूर्व मंडल अध्यक्ष अजय भंडारी आदि ने भी अपने विचार रखे।
महेश चंद्रा पूर्व महानिदेशक भारत सरकार ने कार्यक्रम की अध्यक्षता करते हुए अपने धन्यवाद सम्बोधन में कहा कि अल्प समय में आप सभी ने अति महत्वपूर्ण विषय पर होने वाली चर्चा में प्रतिभाग कर अंतिम समय तक हमसे जुड़े रहे इसके लिए आप सभी का आभार। उन्होंने विशिष्ठ अतिथियों का भी आभार प्रकट करते हुए आयोजक निम्मी ठाकुर और अमर चंद को कार्यक्रम की सफलता के लिए आशीर्वाद दिया और कहा कि हम उम्मीद करते हैं कि आगे भी आप ऐसे संवेदनशील मुद्दों पर गोष्ठी कराते रहेंगे।
कार्यक्रम का संचालन जोशीले रोबदार युवा नीरज बवाड़ी ने किया। अपनी काव्यात्मक शैली से उन्होंने कार्यक्रम की निरंतरता को बनाए रखा। इसके लिए उपस्थित विशिष्ठ अतिथियों ने भी उनकी तारीफ की।
अमर संदेश के संपादक अमरचंद ने इस मौके पर सभी अतिथियों का दिल की गहराई से धन्यवाद और आभार प्रकट किया साथ ही उन्होंने इस कार्यक्रम को सफल बनाने के लिए सहयोग के तौर पर ओएनजीसी, इंडियन ऑयल भारत पैट्रोलियम का आभार जताया और उपस्थित जनसमूह का दिल की गहराई से धन्यवाद प्रकट किया।
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