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उत्तराखंड में बारिश बनी आफत, देहरादून में घरों में घुसा मलबा, थराली में टूटा पुल, कर्णप्रयाग गैरसैण मार्ग रहा अवरुद्ध

उत्तराखंड में बारिश बनी आफत, देहरादून में घरों में घुसा मलबा, थराली में टूटा पुल, कर्णप्रयाग गैरसैण मार्ग रहा अवरुद्ध


कर्णप्रयाग : उत्तराखंड में बृहस्पतिवार देर रात से बारिश जारी है। शाम से छह घंटे तक हुई मूसलाधार बारिश से देहरादून में मुसीबतों की बाढ़ आ गई है। बारिश से बरसाती नालों के उफान पर आने से गुरुद्वारा कॉलोनी, मंदिर कॉलोनी, सरस्वती विहार, नीलकंठ विहार, गोकुलधाम में लोगों के घरों में पानी घुस गया। उधर घंटाघर से लेकर दर्शनलाल चौक, तहसील चौक, द्रोण चौक, प्रिंस चौक की तरफ सड़क पर जलभराव हुआ है। इसके अलावा हरिद्वार बाइपास रोड पर रिस्पना नदी के पुल के पास सड़क में भारी जलभराव से वाहन चालकों को दिक्कतों का सामना करना पड़ रहा है। इसके अलावा बंगाली कोठी चौक, मोथरोवाला मार्ग, अजबपुर फ्लाईओवर के पास कई जगह सड़कों पर जलभराव नजर आया। 

वहीं थराली में भी बारिश लोगों के लिए आफत बनकर बरसी। यहां प्राणमति नदी के उफान पर आ जाने से पिंडर नदी में संगम के पीछे झील बनने लगी। प्रशासन ने सतर्कता बरतते हुए सभी घर खाली करा दिए हैं। इस दौरान नदी किनारे के करीब 25 से अधिक घरों में दो मंजिल तक पानी घुस गया। करीब आधे घंटे बाद पिंडर नदी भी उफान पर आ गई। जिसके वेग ने प्राणमति नदी द्वारा बन रही झील को तोड़ दिया, फिर इन घरों से पानी घुस गया। घरों में मलबे के ढेर लग गए।  साथ ही यहां का पौराणिक शिव मंदिर भी बह गया। बेतालेश्वर मंदिर ओर सरस्वती शिशु मंदिर में पानी ओर मलबा घुस गया है। यहां लोगों ने डर के साये में रात जागकर गुजारी। रात भर पुलिस प्रशासन अलर्ट मोड पर रहे। 

देवाल के भैकताल क्षेत्र में बादल फटने के चलते बगड़ीगाड़ में भी अतिवृष्टि से नुकसान हुआ है। बगडिगाड हरनी को जोड़ने वाला स्टील गाडर पुल का स्पान टूटने से पुल नदी में गिर गया है। इसके अलावा हरनी-मंदोली-रतगांव जाने वाले पैदल मार्ग पर बनी जिला पंचायत की पुलिया बह गई है। यहां भी कई घरों में मलबा और पानी घुसा है। बारिश से देवाल-थराली सड़क नंदकेशरी के पास पालेभ्योल में मलबा आने से बंद हो गई है।

कर्णप्रयाग-गैरसैण मार्ग पर जगह-जगह भूस्खलन की घटनाएं हुईं। पाडली के पास भूस्खलन हुआ था, इसके कारण मार्ग बंद हो गया। यहां वाहन काफी समय तक फंसे रहे। जेसीबी द्वारा मलबा हटाए जाने के बाद आवागमन शुरू हो सका। पाडली के आगे सिमली बाजार तक भी जगह-जगह पानी का तेज बहाव सड़क पर हो रहा था, कुछ जगहों पर भूक्षरण के बाद मलबा सड़क पर आया हुआ था। इसके अलावा कालेश्वर से कर्णप्रयाग के रास्ते में भी भूस्खलन होने से कई वाहन इसकी चपेट में आ गए। मार्ग कीचड़ से भरा हुआ है। यहां से करीब दो किमी की दूरी पर स्थित जखेड़ में गदेरा उफना गया। यह तेज गति से बह रहा है।

मौसम विज्ञान केंद्र की ओर से देहरादून समेत चमोली, नैनीताल और पिथौरागढ़ जिले के कुछ इलाकों में भारी बारिश का यलो अलर्ट जारी किया गया है।

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