कर्णप्रयाग : पिछले दिनों नंदप्रयाग के नजदीक खडगोली गांव को जोड़ने वाला एक मात्र पैदल रास्ता बारिश के कारण भूस्खलन से क्षतिग्रस्त हो गया। जिससे लोगों को आवाजाही में बड़ी परेशानी उठानी पड़ रही थी। ग्रामीणों द्वारा प्रशासन में शिकायत करने के बाद भी इस रास्ते को दुरस्त नहीं किया गया तो ग्रामीणों जिसमें अधिकांश महिलाएं थी ने खुद ही दो दिन में 50 मीटर रास्ते का निर्माण कर एक मिशाल पेश की।
जानकारी के मुताबिक कर्णप्रयाग ब्लॉक के खडगोली गांव में 24 जुलाई को भारी बारिश के कारण भूस्खलन से गांव का एकमात्र पैदल रास्ता करीब 50 मीटर तक ध्वस्त हो गया था। जिससे गांव में रहने वाले 45 परिवारों को आवाजाही में बड़ी कठिनाई उठानी पड़ रही थी। यहां तक कि स्कूल जाने वाले बच्चों को जान जोखिम में डालकर भूस्खलन वाले रास्ते से स्कूल जाना पड़ रहा था।
किसी अनहोनी और अपनी परेशानी को देखते हुए ग्राम प्रधान व ग्रामीणों ने रास्ते को दूरस्त करने के लिए प्रशासन व जिला आपदा मद में गुहार लगाई। उनकी शिकायत पर आपदा की टीम ने क्षतिग्रस्त रास्ते का निरिक्षण तो किया किंतु निर्माण कार्य नहीं कराया गया। जिससे क्षुब्ध हो ग्रामीणों ने खुद ही रास्ते को ठीक करने का निर्णय लिया। इस काम के लिए अधिकांश महिलाएं आगे आई। अपने जज़्बे और मेहनत से ग्रामीणों ने दो दिन में 50 मीटर तक रास्ते का निर्माण कर प्रशासन की नाकामी पर प्रहार किया।
सड़क निर्माण के अवसर पर महिला मंगल दल की कोषाध्यक्ष गुड्डी देवी, मनोरमा देवी, शांता देवी, राजेश्वरी, सुमन, चन्द्रकला देवी और गांव के अनेकों लोग मौजूद थे।
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