UTTARKASHI : रक्षाबंदन वास्तव में सभी प्राणियों की रक्षा का सूत्रधार है। इसी बात को मन में रखकर उत्तरकाशी के विभिन्न स्कूलों में छात्रों ने वृक्षों को रक्षासूत्र बांध उनकी रक्षा का प्रण लिया।
एक ओर जहां पूरे देश में रक्षाबंधन के त्यौहार को धूमधाम से मनाया जा रहा है वहीं उत्तराखंड के कुछ क्षेत्रों में इस त्यौहार को एक अलग ही अंदाज में मनाया गया। यहां स्कूल के छात्रों ने पेड़ों पर रक्षा सूत्र बांधकर पर्यावरण को बचाने की एक नई पहल की शुरुआत की है।
रक्षा सूत्र आंदोलन के तहत उत्तरकाशी जिले के आदर्श राजकीय इंटर कॉलेज गेंवला, आदर्श उत्कृष्ट राजकीय इंटर कॉलेज पुरोला, राजकीय इंटर कॉलेज सौंरा के छात्र-छात्राओं ने बुधवार को पेड़ों पर रक्षा सूत्र बांधे। इस कार्यक्रम में शिक्षकों ने भी प्रतिभाग किया। शिक्षक अनिल बेसरी, प्रयागनाथ आदि अनेकों उत्साही शिक्षकों के माध्यम से यह काम एक प्रेरणा के रूप में चलाया गया।
स्कूल के छात्रों ने बताया कि उन्हें ये प्रेरणा रक्षासूत्र आंदोलन के संयोजक सुरेश से भाई से मिली। वहीं रक्षा सूत्र आंदोलन के संयोजक सुरेश ने कहा कि पेड़-पौधों और प्राणियों के बीच जन्म-जन्मांतर का रिश्ता है। इस रिश्ते के मजबूत आपसी सामंजस्य से ही मनुष्य के सांसों की डोर बंधी है। इस रिश्ते से ही मनुष्य को पानी व चारा लकड़ी इत्यादि की प्राप्ति होती है। पेड़ पौधों के लगातार दोहन को देखते हुए ही हमने इस डोर को मजबूत करने के इरादे से रक्षा सूत्र आंदोलन शुरू किया। अब इस आंदोलन को विस्तृत रूप देने के लिए ही हमने स्कूलों को इससे जोड़ा है। हमारा मानना है कि यदि स्कूलों में छात्र पौधों को राखी बांधेंगे तो उन्हें भी एहसास होगा कि जो पेड़ पौधे हमें हर रोज जीवन दे रहे हैं उन्हें बचा कर रखना हमारा कर्तव्य ही नहीं बल्कि हमारा सौभाग्य भी होगा।
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